अमेरिका और रूस के बीच रिश्ते बिगड़ते जा रहे हैं। रूस के डिप्टी फॉरेन मिनिस्टर ने ऐलान किया है कि वो न्यू स्टार्ट ट्रीटी के तहत अपने नए परमाणु हथियारों की टेस्टिंग की जानकारी अमेरिका को नहीं देगा। डिप्टी फॉरेन मिनिस्टर सर्गेई रयाबकोव ने बताया कि पिछले महीने न्यू स्टार्ट ट्रीटी से निकलने के बाद से अमेरिका को नए परमाणु परीक्षणों की जानकारी देना बंद कर दिया है। अमेरिका को कोई जानकारी नहीं दी जाएगी चाहे वो कुछ भी करे।
दरअसल रूस-यूक्रेन जंग का एक साल पूरा होने पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने देश को संबोधित करते हुए अमेरिका के साथ परमाणु समझौते को सस्पेंड करने का ऐलान भी किया था। बता दें कि न्यू स्टार्ट ट्रीटी दोनों देशों के बीच इकलौता परमाणु समझौता था, जिसके तहत दोनों देश एक दूसरे के साथ परमाणु हथियारों के परीक्षण की जानकारी सांझा करते थे। ऐसा परमाणु हथियार हासिल करने की रेस को काबू में रखने के लिए इनकी संख्या पर कैप रखने के लिए किया जाता था।
वहीं अमेरिका की नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा था कि रूस दोनों देशों के बीच हुई परमाणु संधी का ठीक से पालन नहीं कर रहा है। इसलिए हमने भी फैसला किया है कि हम भी उन्हें अमेरिका के परमाणु हथियारों की जानकारी नहीं देंगे।
आपको बता दें कि 5 फरवरी 2011 को रूस और अमेरिका के बीच न्यू स्टार्ट ट्रीटी को लागू की गई थी। इस ट्रीटी का मकसद दोनों देशों में परमाणु हथियारों की संख्या को सीमित करना था। पहले इसकी अवधि साल 2021 तक थी जो बाद में 5 साल बढ़ाकर 2026 तक कर दी गई थी।