ड्रग पंजाब के लिए बड़ा और गंभीर मुद्दा है। शायद ही पंजाब का कोई गांव या मोहल्ला बचा हो जहां ड्रगस की चपेट में आने से युवाओं की मौत ना हुई हो। ड्रग पर हाईकोर्ट के सख्त रुख के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ट्वीट कर कहा कि पंजाब की जवानी को नशों से बर्बाद करने वालों पर कानून के मुताबिक सख्त कार्रवाई होगी। हालांकि, 29 मार्च को हाईकोर्ट द्वारा जो तीन लिफाफे खोलकर प्रदेश सरकार के पास कार्रवाई के लिए भेजे गए हैं, उनमें किनके नाम हैं यह ज्यादा अभी तक सार्वजनिक नहीं हो सका है। पंरतु हाईकोर्ट द्वारा जो चौथा लिफाफा खोलकर अपने पास रखा गया है, वह भी ड्रग से ही संबंधित है।
ड्रग यानी नशा पंजाब में एक बेहद गंभीर समस्या है। ड्रग पर पंजाबियों की बेबसी को लेकर फिल्में भी बनी हैं। कई बार नशे को लेकर पंजाब को उड़ता पंजाब भी कहा जाता है। राजनेता ये दावा करते हैं कि वह सत्ता में आते ही चार हफ्ते में पंजाब से ड्रग खत्म कर देगी। पर अब तक सरकार द्वारा ऐसी कोई ठोस पहल नहीं हो सकी, जिससे यह नशे के सौदागर कम हुए हों। शासन-प्रशासन मिलकर पंजाब में अभी तक न तो नशे की सप्लाई लाइन तोड़ पाया और न ही नशे की डिमांड ही खत्म कर पाया। अब यह देखने वाली बात होगी कि मुख्यमंत्री भगवंत मान का यह ट्वीट कितना रंग लाता है।