ग्रह गोचर को ज्योतिष शास्त्र में बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि ग्रहों के राशि परिवर्तन से सभी राशियों पर शुभ और अशुभ प्रभाव पड़ता है। बता दें कि 14 अप्रैल को ग्रहों के राजा सूर्य मेष राशि में गोचर करने जा रहे हैं और इसके कुछ ही दिनों बाद यानी 22 अप्रैल को देवगुरु बृहस्पति मेष राशि भी में प्रवेश करेंगे। ऐसे में एक ही राशि में सूर्य और गुरु ग्रह का मिलन 22 अप्रैल को होगा। ज्योतिष विद्वानों के अनुसार सूर्य-गुरु की युति का संयोग करीब 12 वर्षों के बाद बन रहा है।
सूर्य और गुरु की युति से मेष, मिथुन, कर्क, सिंह, मीन राशियों को लाभ मिलेगा। मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य और गुरु की युति बहुत ही शुभ मानी जा रही है। इस दौरान आय और मान सम्मान में वृद्धि के संकेत मिल रहे हैं। साथ ही, ऊर्जा में भी अच्छी बढ़ोतरी होगी। मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य-गुरु युति सकारात्मक परिणाम लेकर आ रहा हैल। इस दौरान व्यापार में उन्नति प्राप्त होगी। साथ ही इस दौरान परिवार का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा।
गुरु-सूर्य की युति का शुभ प्रभाव कर्क राशियों पर भी सकारात्मक रूप से पड़ेगा। इस दौरान व्यापारिक और नौकरी के क्षेत्र में उन्नति हासिल हो सकती है। पारिवारिक सुख की प्राप्ति होगी। सिंह राशि के जातकों के लिए भी सूर्य-गुरु युति भाग्योदय के समान रहने वाला है। इस अवधि में जातकों को विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति हासिल होगी। व्यापार क्षेत्र में भी आर्थिक उन्नति के योग बन रहे हैं। मीन राशि के जातकों के लिए सूर्य और गुरु की युति को शुभ माना जा रहा है। वाणी से संबंधित क्षेत्रों में जातक को लाभ मिलेगा। इसके साथ आर्थिक उन्नति के भी प्रबल योग बन रही है।