राहुल गांधी ने संसद सदस्यता रद्द होने के बाद 25 मार्च को प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनसे सवाल पूछा गया था कि भाजपा आपसे बार-बार माफी की मांग कर रही है। राहुल गांधी ने जवाब में कहा था कि वह गांधी हैं, सावरकर नहीं। इसलिए वो माफी नहीं मांगेंगे।
राहुल गाँधी के विनायक दामोदर राव सावरकर को लेकर दिए गए बयान पर रंजीत सावरकर ने माफी की मांग की है। सावरकर के पोते रंजीत ने कहा कि अगर राहुल ऐसा नहीं करते हैं तो वह उनके खिलाफ FIR करेंगे। शरद पवार मंगलवार को दिल्ली में विपक्षी पार्टियों की बैठक में शामिल हुए। ये बैठक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुलाई थी। इसमें पवार ने कहा कि सावरकर महाराष्ट्र में सम्मानित और पूजनीय हैं, उनको निशाना बनाने से महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन मुश्किल में आ जाएगा। इस पर विपक्षी नेताओं ने कहा कि कांग्रेस सावरकर के मुद्दे पर अपनी बयानबाजी नर्म करने को तैयार है।
रंजीत सावरकर ने कहा कि, उद्धव ठाकरे और संजय राउत के मन में सावरकर के लिए बहुत सम्मान है, लेकिन जब तक वो इस मुद्दे पर अपना समर्थन नहीं देते, इसका कोई मतलब नहीं रह जाता। उद्धव और राउत राहुल गांधी से बयान पर बात करें और उन्हें माफी मांगने को कहें। उन्होंने कहा कि उद्धवजी ने कांग्रेस को चेतावनी दी है। इसके बावजूद कांग्रेस रुक नहीं रही है। अभी तक उद्धवजी कांग्रेस से अलग नहीं हुए हैं। शरद पवारजी के मन में भी सावरकर के लिए सम्मान है, लेकिन उन्हें आगे बढ़ना चाहिए। वो राहुल गांधी से कहें कि बयान पर माफी मांगें।
सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने विपक्षी दलों के नेताओं को डिनर पर बुलाया था। इस बैठक में भी उद्धव शामिल नहीं हुए। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में 17 विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों ने यह तय किया कि वे सावरकर जैसे संवेदनशील विषयों पर बयानबाजी से दूर रहेंगे।