जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव जारी है। पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर एक बार फिर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है। जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। इस बीच खबर मिली है कि सुरक्षाबलों ने कुलगाम जिले के कैमोह इलाके में आतंकियों के दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया है।
पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा बलों ने अपनी पकड़ मजबूत करनी शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, सुरक्षाबलों ने कुलगाम के थोकरपोरा में 2 आतंकी साथियों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार किए गए दोनों कश्मीरी युवक आतंकवादियों के सहयोगी हैं। पहलगाम हमले के बाद सेना और पुलिस आतंकियों की कमर तोड़ने में जुटी हुई है। कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों के घर ध्वस्त किये जा रहे हैं।
पुलवामा के मुरान में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी अहसान अहमद शेख के दो मंजिला घर को आईईडी से उड़ा दिया गया। वह जून 2023 से सक्रिय था। इसी बीच शोपियां के चोटिपोरा में हुए विस्फोट में शाहिद अहमद का घर ढह गया। खबरों के अनुसार अब तक पांच आतंकवादियों के घर ध्वस्त कर दिए गए हैं।
नियंत्रण रेखा पर तनाव और भारत की जवाबी कार्रवाई
25-26 अप्रैल, 2025 की रात को पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा पर कई स्थानों पर बिना उकसावे के गोलीबारी की। 2021 के बाद ये संघर्ष विराम उल्लंघन कम देखे गए, लेकिन पहलगाम हमले के बाद तनाव बढ़ गया है। भारतीय सेना ने एक बयान जारी कर कहा, “हमारे सैनिकों ने छोटे हथियारों से गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया। भारतीय पक्ष में कोई हताहत नहीं हुआ।” सेना ने संयम बरता और जवाबी कार्रवाई की।
गौरतलब है कि 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम के बसरन में हुए हमले में 26 लोग मारे गए थे। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि इसमें 5-7 आतंकवादी शामिल थे, जिन्हें पाकिस्तान में प्रशिक्षित किया गया था। दो स्थानीय आतंकवादियों ने उनकी मदद की। लश्कर-ए-तैयबा के अंग द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। जांच में पाकिस्तान से संबंध की पुष्टि हुई है।