वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा स्थापित डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) को इसकी लॉन्चिंग के मात्र 10 महीने बाद ही बंद कर दिया गया है। यह विभाग 20 जनवरी 2025 को शुरू किया गया था और योजना के अनुसार इसे 4 जुलाई 2026 तक संचालित होना था, लेकिन इससे पहले ही प्रशासन ने इसे भंग कर दिया।
ऑफिस ऑफ़ परसनल मैनेजमेंट (OPM) के निदेशक स्कॉट कुपोर ने पुष्टि की है कि DOGE “अब अस्तित्व में नहीं है” और एक केंद्रीय इकाई के रूप में इसका संचालन पूरी तरह समाप्त कर दिया गया है।
ट्रंप प्रशासन ने DOGE को सरकारी ढांचे को अधिक छोटा, तेज़ और लागत-प्रभावी बनाने के उद्देश्य से लॉन्च किया था। इसे ट्रंप के “प्रोजेक्ट 2025” का मुख्य हिस्सा माना जाता था। शुरुआत में एलन मस्क और विवेक रामास्वामी को DOGE का नेतृत्व सौंपा गया था, हालांकि विभाग के सक्रिय होने से पहले ही रामास्वामी इससे अलग हो गए थे। बाद में मई 2025 में एलन मस्क ने भी विभाग से इस्तीफा दे दिया।
DOGE ने शुरुआती महीनों में संघीय कर्मचारियों की संख्या कम करने, बजट में कटौती करने और एजेंसियों को ट्रंप की प्राथमिकताओं के अनुरूप ढालने में तेज़ी दिखाई थी। लेकिन अचानक इसके संचालन में गिरावट आई, और अंततः इसकी अधिकांश जिम्मेदारियां धीरे-धीरे OPM को हस्तांतरित कर दी गईं।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, DOGE ने सीधे या परोक्ष रूप से 2.5 लाख से अधिक संघीय कर्मचारियों को उनकी नौकरियों से हटाया, बाईकॉट किया या स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति पैकेज देकर बाहर किया।
DOGE के कई शीर्ष अधिकारी अब प्रशासन में नई भूमिकाएँ निभा रहे हैं। Airbnb के सह-संस्थापक जो गेबिया को नेशनल डिजाइन स्टूडियो की कमान सौंपी गई है, जिसका काम सरकारी वेबसाइटों को अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाना है। वहीं, DOGE के कई अन्य अधिकारी भी प्रशासन में नई जिम्मेदारियां संभाल रहे हैं।

