अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की घोषणा के बाद आज से कनाडा और मैक्सिको पर 25% टैरिफ लगाया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब इसमें कोई देरी नहीं होगी। इस निर्णय के चलते उत्तरी अमेरिका में व्यापारिक तनाव बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
ट्रंप ने कहा कि यह कदम कनाडा और मैक्सिको पर दबाव बनाने के लिए उठाया गया है, जिससे वे नशीली पदार्थों की तस्करी और अवैध आव्रजन पर रोक लगाने के लिए मजबूर हो जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इस फैसले से व्यापार संतुलन सुधरेगा और कंपनियों को अपने कारखाने अमेरिका में स्थानांतरित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
शेयर बाजार पर असर
इस घोषणा के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई, जहां S&P 500 इंडेक्स 2% गिर गया। विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट अमेरिका की बढ़ती मुद्रास्फीति, व्यापारिक तनाव और व्यापार नीतियों को लेकर चिंता को दर्शाती है।
ट्रंप प्रशासन को विश्वास है कि इस टैरिफ से अमेरिकी विनिर्माण क्षेत्र को मजबूती मिलेगी और विदेशी निवेश बढ़ेगा। वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने कहा कि कंप्यूटर चिप निर्माता टीएसएमसी ने टैरिफ संबंधी चिंताओं के चलते अमेरिका में अपने निवेश को बढ़ाने का निर्णय लिया है।
चीन पर भी बढ़ा टैरिफ
फरवरी में ट्रंप ने चीन से आयातित उत्पादों पर 10% टैरिफ लगाया था, जिसे अब बढ़ाकर 20% कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि कनाडा और मैक्सिको ने कुछ रियायतें मांगने की कोशिश की, लेकिन अब कोई छूट नहीं दी जाएगी। कनाडाई तेल और बिजली उत्पादों पर भी 10% टैरिफ लागू कर दिया गया है।
कनाडा की जवाबी कार्रवाई
कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने कहा, “हम 155 अरब डॉलर के अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ लगाने के लिए तैयार हैं।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कनाडा के पास इस स्थिति से निपटने के लिए एक ठोस योजना है, जिसकी जानकारी ट्रंप प्रशासन को पहले ही दे दी गई थी।
ट्रंप की घोषणा से पहले ही मैक्सिकन राष्ट्रपति ने कहा, हम अपने फैसले खुद लेंगे। उन्होंने नशीले पदार्थों की तस्करी और अवैध आव्रजन को रोकने के लिए 10,000 नेशनल गार्ड तैनात करने का आदेश दिया है।