वॉशिंगटन:
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए एक बड़ा फैसला लिया है। ट्रंप प्रशासन ने फलस्तीनियों सहित 7 देशों के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है, जबकि 15 अन्य देशों पर आंशिक यात्रा पाबंदियां लागू की गई हैं। इस संबंध में ट्रंप ने मंगलवार को एक आधिकारिक घोषणा-पत्र पर हस्ताक्षर किए।
इस फैसले के साथ ही अमेरिका में पूर्ण या आंशिक यात्रा प्रतिबंध झेल रहे देशों की कुल संख्या बढ़कर 39 हो गई है। यह कदम पिछले महीने व्हाइट हाउस के पास एक अफगान शरणार्थी द्वारा नेशनल गार्ड के जवान पर गोलीबारी की घटना के बाद उठाया गया है।
व्हाइट हाउस द्वारा जारी फैक्ट शीट के अनुसार, बुर्किना फासो, माली, नाइजर, दक्षिण सूडान, सीरिया और फलस्तीनी नागरिकों पर अब पूरी तरह से यात्रा प्रतिबंध लागू होगा। इसके अलावा लाओस और सिएरा लियोन को भी पूर्ण प्रतिबंध वाली सूची में शामिल किया गया है। इस तरह पूरी तरह प्रतिबंधित देशों की संख्या सात हो गई है।
प्रशासन ने इस फैसले के पीछे राष्ट्रीय सुरक्षा, सार्वजनिक सुरक्षा, कमजोर वीज़ा स्क्रीनिंग सिस्टम और वीज़ा ओवरस्टे की ऊंची दरों को मुख्य कारण बताया है। ये नई पाबंदियां 1 जनवरी से प्रभावी होंगी। हालांकि, स्थायी निवासियों (ग्रीन कार्ड होल्डर्स), राजनयिकों और अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले एथलीटों को इस प्रतिबंध से छूट दी गई है।
इसके साथ ही ट्रंप प्रशासन ने 15 देशों पर आंशिक प्रवेश प्रतिबंध भी लगाए हैं। इनमें अंगोला, एंटीगुआ और बारबुडा, बेनिन, कोट डी’आइवर, डोमिनिका, गैबॉन, गाम्बिया, मलावी, मॉरिटानिया, नाइजीरिया, सेनेगल, तंजानिया, टोंगा, जाम्बिया और जिम्बाब्वे शामिल हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले जून महीने में भी ट्रंप ने अफगानिस्तान, म्यांमार, चाड, कांगो गणराज्य, इक्वेटोरियल गिनी, इरीट्रिया, हैती, ईरान, लीबिया, सोमालिया, सूडान और यमन सहित 12 देशों के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया था। वहीं बुरुंडी, क्यूबा, लाओस, सिएरा लियोन, टोगो, तुर्कमेनिस्तान और वेनेजुएला पर सख्त आंशिक पाबंदियां लागू की गई थीं।

