सिम कार्ड लेने आए ग्राहकों के डॉक्युमेंट्स की कॉपी के जरिये दूसरे सिम कार्ड हासिल करने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे ही वोडाफोन कंपनी के 3 एजेंटों को स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने गिरफ्तार किया है। 3 साल में आरोपियों ने ग्राहकों की फोटो और दस्तावेजों से छेड़छाड़ कर 5551 सिम कार्ड हासिल कर लिए। पुलिस ने सरथाना, वराछा और लिंबायत में छापेमारी कर 3 एजेंटों पर कार्रवाई शुरू की है। एसओजी पुलिस सूत्रों के मुताबिक सरथाना की सरस्वती सोसाइटी निवासी दीक्षित गजेरा वर्ष 2019 से 2021 तक वोडाफोन कंपनी का पॉइंट ऑफ सेल एजेंट था। उसने सरथाना और कामरेज में ऑफिस खोलकर सिम कार्ड बेचे। इनमें से 5,551 सिम कार्डों के दस्तावेजों में गड़बड़ी मिली।
लिंबायत, मदनपुरा निवासी सागर गुलाबराव पाटिल ने कुछ सिम कार्ड 2020 से 2022 तक जारी किए। 27 सिम कार्ड में बतौर ग्राहक सागर ने अपनी फोटो लगाई थी। जबकि उसकी पत्नी और दुकान मालिक की पीओएस एजेंट के रूप में फोटो लगी थी। कंपनी ने साइबर क्राइम को मामले की सूचना दी। गिरफ्तार दीक्षित ने बताया कि एक सिम कार्ड पर कंपनी 300 रु. कमीशन देती है। ज्यादा से ज्यादा सिम कार्ड जारी करने की कोशिश में ऐसा किया।