चंडीगढ़:
पंजाब कांग्रेस में अंदरूनी राजनीतिक तनाव एक बार फिर बढ़ गया है। पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू अब नई मुसीबत में घिरती दिखाई दे रही हैं। कांग्रेस सांसद सुुखजिंदर रंधावा ने उन्हें कानूनी नोटिस भेजते हुए सात दिनों के भीतर सार्वजनिक माफी की मांग की है।
गंभीर आरोपों के बाद कानूनी कार्रवाई
यह नोटिस डॉ. नवजोत कौर द्वारा रंधावा पर लगाए गए गंभीर आरोपों के जवाब में जारी किया गया है। बीते दिन डॉ. नवजोत कौर ने आरोप लगाया था कि रंधावा के संबंध कथित तौर पर गैंगस्टरों से रहे हैं और उन्होंने राजस्थान में टिकट बेचकर पार्टी को नुक़सान पहुंचाया, जिसके कारण कांग्रेस की हार हुई।
इन आरोपों को “झूठ और बेबुनियाद” बताते हुए रंधावा ने कानूनी नोटिस जारी किया है और माफी नहीं मिलने पर आगे की कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।
मुअत्तली के बावजूद कड़े तेवर
हाल ही में पंजाब कांग्रेस ने डॉ. नवजोत कौर सिद्धू को पार्टी से अस्थायी रूप से मुअत्तल कर दिया था। इसके बावजूद उनके तेवर नरम नहीं हुए हैं। नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि “ऐसे नोटिस तो बहुत भेजे जाते हैं,” जिससे यह संकेत मिलता है कि वह पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।
पार्टी में हलचल का कारण बना विवादित बयान
इससे पहले उनके एक बयान ने कांग्रेस के अंदर हलचल पैदा कर दी थी। उन्होंने कहा था कि नवजोत सिंह सिद्धू तभी दोबारा सक्रिय होंगे, जब उन्हें पंजाब कांग्रेस का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया जाएगा।
डॉ. नवजोत कौर ने यह भी दावा किया था कि:
- उनके पास किसी पार्टी को देने के लिए पैसा नहीं,
- लेकिन वह पंजाब को “सुनहरी राज्य” बना सकते हैं,
- जबकि मुख्यमंत्री की कुर्सी पाने के लिए “500 करोड़ रुपये देने पड़ते हैं”,
- और जो व्यक्ति 500 करोड़ रुपये का ब्रीफकेस देता है, वही मुख्यमंत्री बनाया जाता है।
इन बयानों ने पार्टी नेतृत्व और वरिष्ठ नेताओं में नाराजगी बढ़ा दी थी, जिसके बाद उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई।
पंजाब कांग्रेस में बढ़ी उथल-पुथल
रंधावा का यह नोटिस अब पार्टी के अंदर विवाद को और गहरा कर सकता है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में पंजाब कांग्रेस में और भी सियासी हलचल देखने को मिल सकती है।
यह मामला पार्टी की अंदरूनी खींचतान और आगामी चुनावी समीकरणों पर भी असर डाल सकता है।

