वाशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को सूडान की भयावह स्थिति पर गंभीर चिंता जताई और कहा कि देश आज धरती का सबसे हिंसक क्षेत्र बन चुका है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा कि सूडान में भयानक अत्याचार जारी हैं और यह दुनिया के सबसे बड़े मानवीय संकट का केंद्र बन गया है।
ट्रंप ने कहा कि सूडान, जो कभी अपनी महान सभ्यता के लिए जाना जाता था, आज भोजन, दवाइयों और हर आवश्यक वस्तु की भारी कमी से जूझ रहा है। उन्होंने दावा किया कि कई अरब देशों के नेता, विशेषकर सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, उनसे इस संकट को रोकने के लिए हस्तक्षेप करने की अपील कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र के प्रमुख देश—सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र और अन्य मध्य-पूर्वी राष्ट्र—सूडान की स्थिति में सुधार लाने के इच्छुक हैं, और अमेरिका उनके साथ मिलकर इस हिंसा को खत्म करने के लिए काम करेगा।
इस बीच, दो साल से अधिक समय से चल रहे गृहयुद्ध के बीच एक सकारात्मक विकास सामने आया है। सूडान की अर्धसैनिक संगठन रैपिड सपोर्ट फोर्सेज़ (RSF) ने अमेरिका की अगुआई वाले ‘क्वाड’ मध्यस्थता समूह द्वारा प्रस्तावित मानवतावादी युद्धविराम स्वीकार कर लिया है। इस समूह में सऊदी अरब, मिस्र और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं।
आरएसएफ ने कहा कि प्रस्तावित युद्धविराम का उद्देश्य नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और संघर्ष के विनाशकारी मानवीय प्रभावों को कम करना है।
अमेरिका के वरिष्ठ सलाहकार (अरब व अफ्रीकी मामलों) मसाद बोलोस ने बताया कि युद्धविराम के प्रयास जारी हैं और दोनों पक्ष सैद्धांतिक रूप से इस पर सहमत हो गए हैं।

