संगरूर: संगरूर के सिविल अस्पताल में आज एक चिंताजनक घटना घटी, जहां 15 महिलाओं की तबीयत अचानक बिगड़ गई। यह सभी महिलाएं ग्लूकोज़ ड्रिप लगवाने आई थीं, लेकिन ड्रिप चढ़ने के कुछ ही मिनटों बाद उन्हें चक्कर, उल्टियां और सांस लेने में दिक्कत होने लगी। अस्पताल प्रशासन ने तुरंत इमरजेंसी सेवाओं को सक्रिय किया, ऑक्सीजन सपोर्ट दिया और डॉक्टरों की एक टीम को मरीजों की देखभाल में लगाया। इस गंभीर घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग ने उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी है।
प्रारंभिक जांच के अनुसार, ये सभी महिलाएं अस्पताल में भर्ती थीं और उन्हें शरीर में पोषण बनाए रखने के लिए ग्लूकोज़ चढ़ाया गया था। लेकिन जैसे ही उन्हें ड्रिप लगाई गई, कुछ ही मिनटों में उनकी हालत बिगड़ने लगी। इस अप्रत्याशित स्थिति से अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई और डॉक्टरों ने तुरंत मरीजों को ऑक्सीजन और आवश्यक दवाएं देने का प्रयास किया।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह घटना दवा की गुणवत्ता में कमी या गलत दवा दिए जाने के कारण हो सकती है। इसके अलावा, होली के दौरान दवाइयों की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि इस समय कई बार पुरानी और खराब दवाइयां बाजार में आ जाती हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने आशंका जताई है कि यह मामला दवा की खराब स्टॉकिंग से भी जुड़ा हो सकता है।
परिवारों की चिंता और प्रशासन की कार्रवाई
इस घटना के बाद मरीजों के परिवारवालों में गुस्सा और चिंता देखी गई। वे अस्पताल प्रशासन से जवाब मांग रहे हैं और दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने दवा के सैंपल जांच के लिए लैब में भेजे हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या यह दवा पहले भी किसी अन्य अस्पताल में इस्तेमाल की गई थी और कहीं यह घटिया गुणवत्ता की दवा तो नहीं थी।
अस्पताल प्रशासन ने इस पूरे मामले की जांच के लिए एक विशेष समिति का गठन किया है, जो दवा की गुणवत्ता, अस्पताल कर्मचारियों की लापरवाही और उपचार प्रक्रिया की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगी।