चंडीगढ़, 19 दिसंबर 2025 | न्यूज़ डेस्क:
मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए लगातार ठोस कदम उठा रही है। इसी कड़ी में पंजाब पुलिस का ‘शक्ति हेल्पडेस्क’ राज्यभर के स्कूलों में विशेष जागरूकता अभियान चला रहा है, जिसके तहत बच्चों को शोषण, साइबर अपराध और नशे जैसे खतरों से बचाने के लिए संवेदनशील व व्यवहारिक जानकारी दी जा रही है।
शक्ति हेल्पडेस्क द्वारा स्कूलों में आयोजित इन जागरूकता शिविरों में बच्चों को अच्छे स्पर्श और बुरे स्पर्श का अंतर, बाल शोषण के विभिन्न रूप, साइबर अपराध से बचाव, नशे के दुष्प्रभाव और सामुदायिक सेवाओं के बारे में सरल भाषा में समझाया जा रहा है। यह पहल बच्चों को न केवल जागरूक बना रही है, बल्कि उन्हें सुरक्षित भविष्य की ओर भी सशक्त कर रही है।
हाल ही में अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस के शक्ति हेल्पडेस्क द्वारा सरकारी प्राइमरी स्कूल, कोट खालसा में आयोजित सेमिनार इस अभियान की सफलता का उदाहरण है। कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधिकारियों ने बच्चों को बताया कि किसी भी आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबर 112 और 1098 पर तुरंत संपर्क कर सहायता ली जा सकती है। बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और सवाल पूछकर जागरूकता अभियान को और प्रभावी बनाया।
यह अभियान केवल अमृतसर तक सीमित नहीं है। खन्ना सहित राज्य के अन्य जिलों में भी शक्ति हेल्पडेस्क द्वारा लगातार सेमिनार आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें हजारों छात्रों को नशा, साइबर अपराध और बाल शोषण के खतरों से अवगत कराया जा रहा है। स्कूल प्रबंधन और शिक्षकों का भी इस मुहिम को भरपूर सहयोग मिल रहा है।
पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, शक्ति हेल्पडेस्क की स्थापना महिलाओं और बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा के उद्देश्य से की गई थी। यह डेस्क न सिर्फ शिकायतों पर कार्रवाई करता है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए जागरूकता कार्यक्रमों पर भी जोर देता है। अधिकारियों ने कहा कि आने वाले समय में राज्य के हर स्कूल में ऐसे सत्र आयोजित किए जाएंगे, ताकि कोई भी बच्चा इस महत्वपूर्ण जानकारी से वंचित न रहे। साथ ही, अभिभावकों के लिए भी विशेष कार्यशालाएं आयोजित करने की योजना है।
डिजिटल युग में बढ़ते साइबर अपराधों को देखते हुए, बच्चों को सुरक्षित इंटरनेट उपयोग, सोशल मीडिया पर निजी जानकारी साझा न करने, अजनबियों से ऑनलाइन बातचीत से बचने और साइबर बुलिंग की पहचान करने के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि समय रहते बच्चों को सचेत करना बेहद जरूरी है।
इसके अलावा, नशे के खिलाफ राज्य सरकार की सख्त नीति के तहत बच्चों को नशे के दुष्प्रभावों और उससे दूर रहने के उपायों की जानकारी दी जा रही है। उन्हें प्रेरित किया जा रहा है कि वे नशे से दूर रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
समाजसेवियों, शिक्षाविदों और अभिभावकों ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे बच्चों के लिए सुरक्षा कवच बताया है। उनका कहना है कि इस अभियान से बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ा है और वे अब अपनी समस्याएं खुलकर साझा कर पा रहे हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कई बार स्पष्ट किया है कि बच्चों की सुरक्षा और समग्र विकास सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। शक्ति हेल्पडेस्क के माध्यम से चलाया जा रहा यह अभियान पंजाब को एक सुरक्षित, संवेदनशील और प्रगतिशील राज्य बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम माना जा रहा है।

