चंडीगढ़, 21 नवंबर 2025:
पंजाब सरकार ने राज्य के तीन प्रमुख धार्मिक स्थलों—श्री आनंदपुर साहिब, तलबंडी साबो और अमृतसर के गोल्डन टेंपल कॉरिडोर—को आधिकारिक तौर पर ‘पवित्र शहर’ घोषित कर दिया है। यह ऐतिहासिक फैसला श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहादत वर्ष के उपलक्ष्य में श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र के बाद लिया गया।
यह पहली बार है जब पंजाब विधानसभा का कोई सत्र चंडीगढ़ से बाहर, श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित किया गया।
इन पवित्र शहरों में क्या होगा बदलाव?
सरकार के आदेशों के अनुसार, इन घोषित पवित्र शहरों में अब—
- मीट बिक्री प्रतिबंधित रहेगी
- शराब और तंबाकू की बिक्री भी पूरी तरह बंद रहेगी
- शहरों की सफ़ाई और रख-रखाव के लिए विशेष फंड जारी किया जाएगा
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि पंजाब की धरती पर स्थित तीनों तख्तों को सम्मान देते हुए उनके शहरों को पवित्र घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि यह फैसला लंबे समय से लोगों की मांग रहा है और आज इसे साकार किया गया है।
अरविंद केजरीवाल ने क्या कहा?
‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा,
“तीन तख्तों वाले इन शहरों को पवित्र शहर का दर्जा देना करोड़ों लोगों की भावनाओं को सम्मान देने जैसा है। इन शहरों में अब नशा, मीट, शराब और तंबाकू नहीं बिकेगा, जो एक बड़ा सामाजिक परिवर्तन है।”
उन्होंने कहा कि उन्हें श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित इस ऐतिहासिक विधानसभा सत्र का हिस्सा बनने पर गर्व है।
विशेष सत्र में शामिल हुए कई वरिष्ठ नेता
विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां ने बताया कि विशेष सत्र में कई प्रमुख हस्तियां मौजूद रहीं, जिनमें—
- संत बाबा सेवा सिंह
- विक्रमजीत सिंह साहनी
- राजकुमार चब्बेवाल
- मलविंदर सिंह कंग
- संत बलबीर सिंह सीचेवाल
- अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग
शामिल रहे। स्पीकर ने सभी का स्वागत करते हुए इसे पंजाब की आध्यात्मिक विरासत के लिए अहम क्षण बताया।

