चंडीगढ़:
मोगा ज़िले में चुनाव ड्यूटी के दौरान एक दर्दनाक सड़क हादसे में जान गंवाने वाले शिक्षक दंपती के परिजनों के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विशेष सहायता की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने मृतक शिक्षक जसकरण सिंह भुल्लर और उनकी पत्नी शिक्षिका कमलजीत कौर के परिवार को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। हालांकि, इस घोषणा से शिक्षक संगठनों में नाराज़गी देखी जा रही है।
गौरतलब है कि 14 दिसंबर को मोगा ज़िले के बाघापुराना क्षेत्र में चुनाव ड्यूटी पर जाते समय घने कोहरे के कारण शिक्षक दंपती की कार पानी के सूए में गिर गई थी, जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी। यह हादसा संगतपुरा गांव के पास हुआ था। मृतक दंपती मोगा ज़िले के सरकारी स्कूलों में कार्यरत थे और ज़िला परिषद व ब्लॉक समिति चुनावों की ड्यूटी पर तैनात थे।
हादसे के बाद पंजाब की विभिन्न शिक्षक यूनियनों ने सरकार से मृतक दंपती के परिवार के लिए उचित मुआवज़े की मांग की थी। शिक्षक संगठनों ने सरकार से प्रति परिवार 2 करोड़ रुपये का मुआवज़ा, बच्चों की पूरी शिक्षा का खर्च उठाने और पढ़ाई पूरी होने के बाद सरकारी नौकरी की लिखित गारंटी देने की मांग की है।
शिक्षक संगठनों का कहना है कि चुनाव ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले कर्मचारियों के लिए घोषित की गई सहायता अपर्याप्त है और यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह पीड़ित परिवार को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करे। संगठनों ने मुआवज़ा राशि को तत्काल जारी करने की भी मांग की है।
इस मामले को लेकर शिक्षक संगठनों में असंतोष बना हुआ है और वे सरकार से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील कर रहे हैं। वहीं, सरकार का कहना है कि पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।
यह घटना एक बार फिर चुनावी ड्यूटी के दौरान कर्मचारियों की सुरक्षा और उनके लिए तय मुआवज़ा नीति पर सवाल खड़े कर रही है।

