पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के संस्थापक इमरान खान की बहनों ने अदियाला जेल के पास विरोध प्रदर्शन किया। अलीमा खान, नूरीन खान नियाज़ी और उज़मा खान ने रावलपिंडी के फैक्ट्री नाका इलाके में धरना दिया। उनका आरोप है कि उन्हें जेल में बंद इमरान खान से मिलने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
इमरान खान का परिवार पिछले कई हफ्तों से लगातार विरोध जता रहा है। परिजनों का कहना है कि हर सप्ताह तय मुलाकात के बावजूद उन्हें इमरान खान से मिलने से रोका जा रहा है। उल्लेखनीय है कि इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को तोशाखाना-II मामले में 17 साल की सजा सुनाई गई है और दोनों इस समय अदियाला जेल में बंद हैं।
इमरान खान की बहन अलीमा खान ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हर मंगलवार को उन्हें भाई से मिलने की अनुमति नहीं दी जाती। उन्होंने दावा किया कि इमरान खान और बुशरा बीबी को एकांत कारावास में रखा गया है और उन्हें मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है।
इस धरने में पीटीआई के कई वरिष्ठ नेता भी शामिल हुए, जिनमें प्रांतीय अध्यक्ष जुनैद अकबर और मुश्ताक गनी प्रमुख हैं। अलीमा खान ने यह भी कहा कि इमरान खान पहले ही पार्टी कार्यकर्ताओं को विरोध प्रदर्शन की तैयारी के निर्देश दे चुके हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब विरोध का आह्वान किया जाएगा, तब बातचीत की बात करने वाला कोई भी व्यक्ति पार्टी का प्रतिनिधित्व नहीं करेगा।
इस बीच, कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए रावलपिंडी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। अधिकारियों के अनुसार, शहर में 1,300 से अधिक पुलिस और सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है। इसमें दो पुलिस अधीक्षक, सात डिप्टी एसपी, 29 इंस्पेक्टर व एसएचओ, 92 वरिष्ठ अधिकारी और 340 कांस्टेबल शामिल हैं। इसके अलावा, एलीट फोर्स, रैपिड इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम और दंगा-रोधी इकाइयों को भी तैनात किया गया है।
अदियाला जेल के आसपास सुरक्षा बढ़ाए जाने के बीच राजनीतिक हालात पर सभी की नजर बनी हुई है

