हरियाणा में मल्टीपरपज़ हेल्थ वर्कर्स (MPHW) की हड़ताल के कारण पिछले 27 दिनों से ऑनलाइन स्वास्थ्य सेवाएँ पूरी तरह बाधित हैं। कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर 25 अक्टूबर से काम का बहिष्कार किया हुआ है, और सरकार की उदासीनता से नाराज़ यूनियन ने अब विरोध प्रदर्शन और तेज़ करने का एलान कर दिया है।
बुधवार को राज्यभर में हड़ताली कर्मचारियों ने बाजुओं पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया और चेतावनी दी कि यह विरोध जनवरी तक हर बुधवार को जारी रहेगा।
11 ऑनलाइन पोर्टल बंद, जनता परेशान
हड़ताल के हिस्से के रूप में कर्मचारियों ने कुल 11 ऑनलाइन स्वास्थ्य पोर्टल्स का बहिष्कार किया है, जिनमें शामिल हैं:
- ANMOL
- NCD
- बीमारी निगरानी
- निरोगी हरियाणा
- आयुष्मान भारत
- एनीमिया मुक्त भारत
- सुरक्षित नारी सुरक्षित परिवार
- U-WIN टीकाकरण
आदि।
इन पोर्टलों के ठप होने से नागरिक घर बैठे मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं, टीकाकरण की डिजिटल मॉनिटरिंग और स्वास्थ्य रिकॉर्ड तक पहुँच नहीं पा रहे हैं।
कर्मचारियों में गहरी नाराज़गी
एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि सरकार लगातार आश्वासन दे रही है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। कई बार ज्ञापन सौंपने और पत्र भेजने के बावजूद मांगों पर कोई समाधान नहीं निकला, जिससे कर्मचारियों में भारी असंतोष है।
प्रदेश प्रेस सचिव संदीप कुंडू ने कहा कि अत्यधिक ऑनलाइन काम का बोझ कर्मचारियों में मानसिक तनाव पैदा कर रहा है, जिसे लेकर लंबे समय से शिकायतें की जा रही हैं।
हड़ताल जारी रहने से राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं पर गंभीर असर पड़ रहा है और जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

