ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान और पीओके में स्थित आतंकी ठिकानों पर सटीक हमलों के बाद पाकिस्तान में भारी बेचैनी है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत ने केवल हमला नहीं किया, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की छवि को भी नुकसान पहुँचाया। शरीफ ने बताया कि पाकिस्तान ने जांच में सहयोग की पेशकश की थी, इसके बावजूद भारत ने सैन्य कार्रवाई की।
अपने संबोधन में शहबाज शरीफ ने कहा कि जिस दिन वह तुर्की दौरे पर थे, उसी दिन पहलगाम में हमला हुआ था। उन्होंने दावा किया कि इस हमले में पाकिस्तान का कोई हाथ नहीं है। शरीफ ने अंतरराष्ट्रीय जांच आयोग के गठन का प्रस्ताव भी रखा और भरोसा दिलाया कि पाकिस्तान हर स्तर पर जांच में सहयोग करेगा, लेकिन भारत ने न केवल इस प्रस्ताव को अनदेखा किया बल्कि एक मित्र देश के समर्थन के बावजूद उसके राजदूत को भी तलब कर नाराजगी जताई।
पाक पीएम ने यह भी बताया कि उन्हें लगातार ऐसी सूचनाएँ मिल रही थीं कि भारत किसी भी समय सैन्य कार्रवाई कर सकता है। इसीलिए उन्होंने जनता और संसद को आश्वस्त किया कि पाकिस्तान की सेना पूरी तरह से तैयार थी। दूसरी ओर, भारत ने स्पष्ट किया कि उसकी कार्रवाई का उद्देश्य केवल आतंकी संगठनों को निशाना बनाना था।
ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है
भारत ने साफ कर दिया है कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। भारतीय सेना ने कहा है कि यह अभियान आतंकवाद के खिलाफ है और तब तक जारी रहेगा जब तक पाकिस्तान की धरती से भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियाँ पूरी तरह बंद नहीं हो जातीं। भारत ने नौ आतंकी ठिकानों पर हमले कर दुनिया को यह संदेश दिया है कि अब आतंकवाद के खिलाफ केवल बातें नहीं होंगी, बल्कि ठोस कार्रवाई की जाएगी।