24 वर्षीय हरमनदीप कौर, जो ब्रिटिश कोलंबिया यूनिवर्सिटी के ओकानागन कैंपस में सुरक्षा गार्ड के रूप में कार्यरत थीं, पर 26 फरवरी 2022 को हमला किया गया, और अगले ही दिन अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गई। हमलावर और हरमनदीप कौर के बीच कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं थी, लेकिन उसने नशे की हालत में यह भयावह हमला किया।
हमले के दौरान हरमनदीप कौर को इतनी बेरहमी से मारा गया कि उन्हें बचाया नहीं जा सका। यह हिंसक घटना 10 मिनट से अधिक समय तक चली, जिसमें हमलावर ने ज़मीन पर गिरी हरमनदीप के सिर पर वार किए और अनगिनत थप्पड़ मारे।
हरमनदीप कौर वर्ष 2015 में पंजाब से कनाडा आई थीं और एक पैरामेडिक बनने का सपना देखा करती थीं। कॉलेज की फीस जुटाने के लिए उन्होंने सुरक्षा गार्ड की नौकरी शुरू की थी। फरवरी 2022 में, उनकी मृत्यु से कुछ ही सप्ताह पहले, उन्हें कनाडा की स्थायी निवासी (पीआर) मंजूरी मिली थी।
24 वर्षीय हमलावर डांटे ओग्नींबे-हेबर्न को सजा सुनाए जाने के समय हरमनदीप कौर का परिवार अदालत में उपस्थित था। हरमनदीप की माँ ने अदालत में अपना बयान देते हुए कहा कि उनकी बेटी ने बड़े सपनों के साथ कनाडा का रुख किया था। वह केवल अपने लिए नहीं, बल्कि पूरे परिवार को कनाडा लाना चाहती थीं। उन्होंने न्यायालय से दोषी को कड़ी सजा देने की अपील की ताकि भविष्य में कोई और परिवार ऐसा दर्द न सहे। उन्होंने कहा कि बेटी की मृत्यु के बाद से परिवार हर दिन गहरे दुःख से गुजर रहा है।