न्यूज़ डेस्क:
स्वस्थ शरीर बनाए रखने के लिए सिर्फ पौष्टिक भोजन ही नहीं, बल्कि सही समय पर भोजन करना भी बेहद ज़रूरी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार आजकल व्यस्त जीवनशैली के चलते लोगों में देर रात तक जागने और रात 11–12 बजे के बाद खाना खाने की आदत बढ़ती जा रही है। यह आदत शरीर पर कई नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
मेडिकल रिपोर्टों के मुताबिक, भोजन का समय बिगड़ने से पाचन तंत्र असंतुलित हो सकता है, ब्लड शुगर डिस्टर्ब हो सकती है और शरीर की सर्केडियन रिदम प्रभावित होती है। अध्ययन बताते हैं कि रात 10 बजे के बाद भोजन करने से मेटाबॉलिज़्म धीमा हो जाता है, जिससे वजन बढ़ने, एसिडिटी और हाई ब्लड शुगर का खतरा बढ़ जाता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि नाश्ता बार-बार छोड़ना या देर रात खाना हड्डियों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर डालता है। शोधों में पाया गया है कि जो लोग देर रात भोजन करते हैं और नाश्ता नहीं करते, उनमें ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा अधिक रहता है। इस बीमारी में हड्डियाँ कमजोर होकर पतली हो जाती हैं, जिससे कंधे, कूल्हे, रीढ़ या बाजू की हड्डियों में फ्रैक्चर हो सकता है।
इसके अतिरिक्त देर रात खाना पाचन प्रक्रिया को बिगाड़ देता है, जिससे गैस, बदहज़मी, एसिड रिफ्लक्स और पेट फूलने जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं। शोध यह भी बताते हैं कि देर रात भोजन और मोटापे के बीच सीधा संबंध है। जब आप देर रात भोजन करते हैं, तो शरीर के पास कैलोरी बर्न करने के लिए पर्याप्त समय नहीं होता, जिसके कारण अतिरिक्त कैलोरी चर्बी के रूप में जमा होने लगती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि रात का भोजन 7:00 बजे से 8:30 बजे के बीच कर लेना चाहिए, ताकि पाचन सही रहे और शरीर पर अतिरिक्त बोझ न पड़े।

