नयी दिल्ली: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो अपनी अब तक की सबसे गंभीर परिचालन संकट से गुजर रही है। उड़ान सेवाओं में लगातार आ रही बाधाओं के कारण हजारों यात्री पिछले एक सप्ताह से हवाई अड्डों पर परेशान घूमते नज़र आ रहे हैं। आज लगातार सातवें दिन भी 200 से अधिक उड़ानें रद्द की गईं, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है।
सोमवार सुबह 9 बजे तक दिल्ली, श्रीनगर, हैदराबाद और बेंगलुरु एयरपोर्ट पर इंडिगो ने बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द कीं।
- दिल्ली एयरपोर्ट से 134 उड़ानें रद्द, जिनमें 75 डिपार्चर और 59 अराइवल शामिल।
- बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा एयरपोर्ट पर 127 उड़ानें कैंसिल की गईं।
लगातार उड़ान रद्द होने की वजह से हवाई अड्डों पर यात्रियों की लंबी कतारें, शिकायतें और अव्यवस्था देखने को मिली।
दिल्ली एयरपोर्ट की एडवाइजरी
स्थिति को देखते हुए दिल्ली एयरपोर्ट ने सोमवार सुबह 6:30 बजे एडवाइजरी जारी की। एयरपोर्ट प्रबंधन ने यात्रियों से कहा कि घर से निकलने से पहले अपनी उड़ान की नवीनतम स्थिति ज़रूर जांच लें, ताकि अनावश्यक परेशानी से बचा जा सके।
इंडिगो का दावा—10 दिसंबर तक स्थिति सामान्य होगी
इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने कहा,
“स्थिति में सुधार हो रहा है। उम्मीद है कि 10 दिसंबर तक नेटवर्क स्थिर हो जाएगा।”
हालांकि कंपनी इससे पहले 10 से 15 दिसंबर के बीच सामान्य स्थिति बहाल करने की बात कह चुकी है।
रिफंड और सामान वापसी की प्रक्रिया तेज़
उड़ान संकट के बीच इंडिगो ने अब तक
- ₹610 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया
- 3,000 यात्रियों का गुम हुआ सामान वापस किया
सरकार ने एक दिन पहले ही निर्देश दिया था कि
- सभी लंबित रिफंड रविवार रात 8 बजे तक पूरे किए जाएं
- 48 घंटे के भीतर यात्रियों का सामान वापस किया जाए
आईजीआई एयरपोर्ट प्रबंधन के अनुसार, सोमवार को इंडिगो ने कुल 134 उड़ानें रद्द कीं।
लगातार रद्द हो रही उड़ानों से इंडिगो की परिचालन क्षमता पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है और यात्रियों की परेशानी भी बढ़ती जा रही है।

