न्यूज़ डेस्क, चंडीगढ़, 12 दिसंबर 2025:
पंजाब के स्वास्थ्य इतिहास में आज एक ऐतिहासिक दिन दर्ज हो गया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी सरकार के संकल्प और दूरदर्शिता का नतीजा है कि मोहाली स्थित पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बिलियरी साइंसेज़ (PILBS) ने अपनी पहली सफल लीवर ट्रांसप्लांट सर्जरी करके एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है। यह केवल एक चिकित्सा उपलब्धि नहीं, बल्कि उन हज़ारों परिवारों के लिए नई उम्मीद है जो महंगे इलाज के कारण अब तक इस जीवनरक्षक सर्जरी को एक सपना समझते थे।
यह उपलब्धि साबित करती है कि सरकारी स्वास्थ्य संस्थान भी उत्कृष्ट सुविधाएँ प्रदान कर सकते हैं—बस आवश्यकता होती है सही नेतृत्व, संसाधनों और समर्पण की। मरीज़ों के लिए यह ट्रांसप्लांट सिर्फ़ एक ऑपरेशन नहीं बल्कि जीवन की वापसी, परिवार की मुस्कान और उम्मीद का पुनर्जन्म है।
किफ़ायती इलाज का भरोसा—सरकारी छत के नीचे
जहाँ निजी अस्पतालों में लीवर ट्रांसप्लांट पर लाखों–करोड़ों रुपये ख़र्च होते हैं, वहीं PILBS ने मान सरकार के सहयोग से इसे किफ़ायती दरों पर उपलब्ध करवा कर इसे जनसामान्य के लिए सुलभ बनाया है।
इस उपलब्धि का श्रेय अस्पताल के अनुभवी डॉक्टरों, नर्सों और पूरे मेडिकल स्टाफ़ को जाता है, जिन्होंने वर्षों की मेहनत, शोध और प्रशिक्षण के बाद यह परिणाम हासिल किया।
PILBS—अब सिर्फ़ अस्पताल नहीं, बल्कि ‘उम्मीद का केंद्र’
लिवर फेलियर से पीड़ित मरीजों और उनके परिवारों के लिए PILBS अब एक नई उम्मीद का प्रतीक बन चुका है। यह उपलब्धि पंजाब के गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए सबसे बड़ी राहत लेकर आई है, जो पहले महंगी इलाज प्रणाली के कारण असहाय महसूस करते थे।
इस सफलता ने स्पष्ट कर दिया है कि भगवंत मान सरकार का फोकस केवल विकास परियोजनाओं पर सीमित नहीं, बल्कि हर नागरिक की स्वास्थ्य सुरक्षा पर है।
पंजाब में स्वास्थ्य क्रांति की शुरुआत
PILBS की पहली सफल लीवर ट्रांसप्लांट सर्जरी राज्य में स्वास्थ्य क्रांति की नींव है। इस संस्थान की स्थापना का उद्देश्य पंजाब को लिवर और किडनी संबंधी बीमारियों के उन्नत इलाज का केंद्र बनाना था। यह उपलब्धि उस सपने का पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम है।
सरकार का उद्देश्य है—
- स्वास्थ्य सेवाओं में आर्थिक असमानता समाप्त करना
- उच्च स्तरीय इलाज हर नागरिक तक पहुँचाना
- पंजाब को मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर में अग्रणी बनाना
देशभर के सरकारी अस्पतालों के लिए बना रोल मॉडल
PILBS, मोहाली की इस सफलता ने न केवल पंजाब, बल्कि पूरे भारत के सरकारी स्वास्थ्य ढांचे में नई ऊर्जा भरी है। यह संस्थान अब अन्य राज्यों के लिए प्रेरणा बन सकता है कि सरकारी अस्पताल भी विश्व-स्तरीय इलाज प्रदान कर सकते हैं।
हालांकि, भविष्य की चुनौतियाँ अभी बाक़ी हैं—
- अंग दान के प्रति जागरूकता
- विशेषज्ञ डॉक्टरों की निरंतर ट्रेनिंग
- उन्नत मेडिकल रिसर्च का विस्तार
मान सरकार ने संकेत दिया है कि यह सफलता सिर्फ़ शुरुआत है, और आगे भी स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े सुधार जारी रहेंगे।
निष्कर्ष: पंजाब के हर नागरिक के लिए नई उम्मीद
PILBS की इस ऐतिहासिक सफलता ने यह साबित किया है कि “गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा एक अधिकार है, कोई विशेषाधिकार नहीं।”
यह उपलब्धि सरकारी अस्पतालों में लोगों का भरोसा बहाल करती है और दिखाती है कि समर्पण और अच्छे शासन से किसी भी क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाया जा सकता है।
आज का दिन पंजाब के लिए गर्व का दिन है—
एक ऐसा दिन जिसने हजारों परिवारों को नई ज़िंदगी और राज्य को एक उज्जवल, स्वस्थ भविष्य की ओर बढ़ाया है।

