पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में भय और अनिश्चितता का माहौल बन गया है, लेकिन इसी मुश्किल समय में श्रीनगर स्थित गुरुद्वारा साहिब उम्मीद की एक किरण बनकर सामने आया है। श्रीनगर गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के अध्यक्ष जसपाल सिंह ने आश्वासन दिया है कि जो भी पर्यटक गुरुद्वारे में शरण लेना चाहते हैं, उन्हें निःशुल्क भोजन, आवास और परिवहन की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा साहिब 24 घंटे खुला है और हर जरूरतमंद की सेवा के लिए तैयार है।
सिंह ने बताया कि पहलगाम से लौटते समय कई पर्यटक डरे हुए थे और उनके पास ठहरने की कोई व्यवस्था नहीं थी। ऐसे में गुरुद्वारा साहिब ने उन्हें सहारा दिया। उन्होंने कहा कि सिख परंपरा ‘सेवा’ और ‘सरबत दा भला’ की भावना में विश्वास करती है और इस संकट की घड़ी में पीड़ितों के साथ खड़ा रहना उनका कर्तव्य है। गुरुद्वारे में आने वाले सभी लोगों को लंगर, ठहरने की व्यवस्था और जरूरत पड़ने पर चिकित्सा सहायता भी दी जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, सिर्फ श्रीनगर ही नहीं, बल्कि जम्मू के कई गुरुद्वारों ने भी पर्यटकों के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं। समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि देश के विभिन्न हिस्सों से आए पर्यटक इस हमले के बाद भयभीत हैं और जल्द से जल्द अपने घर लौटना चाहते हैं। कई की बुकिंग आगे की तारीखों की है, और पब्लिक ट्रांसपोर्ट न मिलने तक वे सुरक्षित स्थान की तलाश में हैं। ऐसे में गुरुद्वारों में आवश्यक व्यवस्थाएं पूरी कर दी गई हैं ताकि कोई भी असहाय न रह जाए।