कपूरथला में 30 वर्षीय गतका प्रशिक्षक और गुरु नानक जहाज फिल्म में काम करने वाले सोध सिंह की हत्या के बाद उनकी लाश कपूरथला-सुल्तानपुर लोधी मार्ग पर मुंडी मोड़ के पास माझा पेट्रोल पंप के निकट मिट्टी में दबी मिली। कपूरथला पुलिस ने इस सनसनीखेज हत्याकांड को 12 घंटे में सुलझाने का दावा किया है।
एसएसपी कपूरथला, गौरव तूरा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 14 मई 2025 को थाना फत्तू ढींगा की एसएचओ सोनमदीप कौर को सूचना मिली कि फत्तू ढींगा गांव में माझा पेट्रोल पंप के पास झाड़ियों में एक अज्ञात शव पड़ा है। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए शव को कब्जे में लिया। सोध सिंह की पहचान उनके भाई जगराज सिंह ने कपूरथला सिविल अस्पताल में की। जगराज के बयान पर मामला दर्ज किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष पुलिस टीमें गठित की गईं, जिन्होंने तकनीकी और मानवीय सूचनाओं के आधार पर जांच की, जिसमें सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल भी शामिल थी।
जांच में खुलासा हुआ कि मुख्य आरोपी जगमोहन सिंह, भुलत्थ निवासी, ने सोध सिंह की एक लड़की से दोस्ती को लेकर रंजिश के चलते हत्या की साजिश रची। जगमोहन ने अपने जीजा गुरनैक सिंह के साथ मिलकर सोध सिंह का अपहरण और हत्या की योजना बनाई। गुरनैक ने अपने बेटे पोहलजीत सिंह और सहयोगियों—रणदीप सिंह, जश्नप्रीत सिंह (उर्फ जस्सा), राम बहादुर, और मुख्तियार सिंह—को शामिल किया। उन्होंने सोध सिंह का पीछा किया, मुंडी मोड़ के पास अपहरण कर कार में डाला और मारपीट की। इसके बाद, वे उसे गढ़शंकर के एक सुनसान स्थान पर ले गए और रात में हत्या कर दी। 10 मई की सुबह, गुरनैक और पोहलजीत ने शव को माझा पेट्रोल पंप के पास झाड़ियों में फेंक दिया। पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया और हत्या में इस्तेमाल बेसबॉल बैट और कारें बरामद कीं।