अमृतसर: श्री दरबार साहिब में आयोजित 350वीं शहीदी शताब्दी समारोह के दौरान, मुख्य ग्रंथी और श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार, गियानी रघबीर सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए गुरु तेग बहादुर जी की महान शहादत और उनके सार्वभौमिक संदेश पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि यह दिन मानवता, धार्मिक स्वतंत्रता और त्याग की उस विरासत को याद करने का है जिसे गुरु तेग बहादुर साहिब जी ने अपने जीवन से अमर कर दिया।
गियानी रघबीर सिंह ने संगत से दोपहर 12 बजे जपुजी साहिब के पाठ करने की अपील की। उन्होंने बताया कि यह पाठ गुरु साहिब के चरणों में हमारी श्रद्धा का प्रतीक होगा।
अपने संदेश में उन्होंने पंजाब सरकार द्वारा श्री अमृतसर, श्री आनंदपुर साहिब और तख्त श्री दमदमा साहिब को “पवित्र शहर” घोषित करने के लिए पेश किए गए प्रस्ताव की सराहना की।
उन्होंने कहा कि यह कदम सिख समुदाय की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करेगा।
यदि इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है तो इन पवित्र स्थलों के आसपास अवैध दुकानों और नशा-संबंधी गतिविधियों पर पूर्ण रोक लग जाएगी और इन शहरों की गरिमा और पवित्रता बनी रहेगी।
उल्लेखनीय है कि बीते दिन मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा खालसा जन्मस्थान श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित विशेष विधानसभा सत्र में एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसके तहत:
- श्री अमृतसर साहिब (गलियारा)
- तख्त श्री दमदमा साहिब (तलवंडी साबो)
- तख्त श्री केसगढ़ साहिब (श्री आनंदपुर साहिब)
को पंजाब के अधिकृत पवित्र शहरों का दर्जा देने की मंजूरी मिली।
इन शहरों में शराब, मांस, तंबाकू और सभी नशीले पदार्थों की बिक्री तथा उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।

