पंजाब में भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है। राज्य सरकार करप्शन के प्रति जीरो टोलरेंस की नीति अपना रही है। इसी क्रम में अब विजिलेंस विभाग के शीर्ष अधिकारियों पर भी सख्त कदम उठाए गए हैं।
ड्राइविंग लाइसेंस घोटाले से जुड़े एक मामले में पंजाब सरकार ने विजिलेंस चीफ डायरेक्टर, एडीजीपी एसपीएस परमार सहित एआईजी और एसएसपी को निलंबित कर दिया है। इनके स्थान पर अब प्रवीण सिन्हा को नया विजिलेंस चीफ नियुक्त किया गया है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्पष्ट संदेश दिया है कि जो भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देगा, वह खुद भी कार्रवाई से नहीं बचेगा। इसी नीति के तहत सरकार ने इस घोटाले में संलिप्त वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। आरोप है कि इन अधिकारियों ने इस मामले में कार्रवाई रोकने की कोशिश की थी।
गौरतलब है कि 7 अप्रैल को राज्य भर के सभी जिलों में रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी के दफ्तरों और ड्राइविंग टेस्ट सेंटरों पर विजिलेंस टीमों ने छापेमारी की थी। इस दौरान रिश्वतखोरी और अनियमितताओं के आरोप में 24 कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया और 16 मामले दर्ज किए गए। जानकारी मिली थी कि ड्राइविंग लाइसेंस, टेस्ट और अन्य सेवाओं के बदले लोगों से अवैध वसूली की जा रही थी।
एसपीएस परमार, जो 1997 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं, को हाल ही में 26 मार्च को विजिलेंस डायरेक्टर नियुक्त किया गया था। इससे पहले वे एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर के पद पर कार्यरत थे।