न्यूज़ डेस्क:
स्वस्थ रहने के लिए सुबह खाली पेट हल्दी वाला पानी पीना आजकल आम हो गया है। हल्दी को इम्यूनिटी बढ़ाने और कई बीमारियों से बचाव के लिए सुपरफूड माना जाता है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इसका जरूरत से ज्यादा सेवन फायदे की जगह नुकसान भी पहुंचा सकता है।
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन तत्व अगर अधिक मात्रा में शरीर में जाए, तो यह पाचन तंत्र और लिवर पर नकारात्मक असर डाल सकता है। रोज़ाना अधिक मात्रा में हल्दी वाला पानी पीने से एसिडिटी, पेट दर्द, गैस और सीने में जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
ब्लड शुगर पर असर:
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, सीमित मात्रा में हल्दी ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद करती है। हालांकि, अधिक मात्रा में हल्दी वाला पानी पीने से ब्लड शुगर का स्तर जरूरत से ज्यादा गिर सकता है, जो खासतौर पर डायबिटीज़ के मरीजों के लिए खतरनाक हो सकता है।
लिवर को हो सकता है नुकसान:
जरूरत से ज्यादा हल्दी का सेवन, चाहे दूध के साथ हो या पानी के साथ, लिवर पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है। लिवर शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में अहम भूमिका निभाता है और अधिक करक्यूमिन इसके कार्य को प्रभावित कर सकता है।
त्वचा संबंधी समस्याएं:
अधिक मात्रा में हल्दी वाला पानी या कच्ची हल्दी का सेवन करने से कुछ लोगों में त्वचा पर रैशेज़, खुजली और एलर्जी जैसी समस्याएं भी देखी जा सकती हैं।
किडनी स्टोन का खतरा:
जिन लोगों को पहले से किडनी स्टोन की समस्या है, उन्हें हल्दी का सेवन करते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। हल्दी में मौजूद ऑक्सालेट तत्व शरीर में कैल्शियम के साथ मिलकर कैल्शियम ऑक्सालेट बना सकता है, जिससे किडनी स्टोन का खतरा बढ़ जाता है।
निष्कर्ष:
हल्दी सेहत के लिए फायदेमंद है, लेकिन संतुलित मात्रा में ही। किसी भी घरेलू नुस्खे को रोज़ाना अपनाने से पहले डॉक्टर या पोषण विशेषज्ञ की सलाह लेना बेहतर होता है, ताकि फायदे के साथ किसी तरह का नुकसान न हो।

