अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को वॉशिंगटन डीसी में आयोजित फीफा विश्व कप ड्रॉ समारोह के दौरान 2025 का पहला फीफा शांति पुरस्कार प्रदान किया गया। फुटबॉल की वैश्विक गवर्निंग बॉडी फीफा ने ट्रंप को कई अहम अंतरराष्ट्रीय शांति समझौतों को आगे बढ़ाने और दुनिया में शांति एवं एकता को मजबूत करने में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया।
फीफा अध्यक्ष जियानी इनफैंटिनो ने ट्रंप को मेडल और सम्मान-पत्र भेंट करते हुए कहा,
“यह आपका पुस्कार है, यह आपका शांति पुरस्कार है। आपने वैश्विक शांति और एकता को बढ़ावा देने के लिए असाधारण कार्य किया है।”
सम्मान-पत्र में उल्लेख किया गया कि यह पुरस्कार हर साल उस विशेष व्यक्तित्व को दिया जाता है, जो अपनी नेतृत्व क्षमता और काम के माध्यम से दुनियाभर में शांति को बढ़ावा देने के प्रति दृढ़ संकल्प दिखाता है। फीफा ने ट्रंप को “उनके उल्लेखनीय और उत्कृष्ट प्रयासों” के लिए 2025 का शांति पुरस्कार देने का निर्णय लिया।
पुरस्कार प्राप्त करने के बाद ट्रंप ने इसे अपने जीवन के “सबसे बड़े सम्मान” में से एक बताया और दावा किया कि उन्होंने वैश्विक संघर्षों को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच कथित युद्धविराम मध्यस्थता का भी जिक्र किया, हालांकि भारत इस दावे को पहले भी कई बार खारिज कर चुका है।
वहीं इस फैसले ने विवाद भी खड़ा कर दिया है। कई फुटबॉल प्रशंसकों ने इसे “राजनीतिक रूप से प्रेरित” बताते हुए आलोचना की और कहा कि इससे खेल और राजनीति के बीच की सीमा कमजोर होती है।
गौरतलब है कि मैक्सिको, कनाडा और अमेरिका संयुक्त रूप से फीफा विश्व कप 2026 की मेज़बानी कर रहे हैं।

