रेप केस में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को एक बार फिर जेल से रिहा किया गया है। उन्हें 21 दिन की फरलो मिली है, जिसके बाद वह रोहतक की सुनारिया जेल से सीधे सिरसा के लिए रवाना हो गए। जानकारी के अनुसार, सुबह करीब 6:45 बजे राम रहीम का काफिला भारी पुलिस सुरक्षा के बीच जेल से निकला।
गौरतलब है कि 29 अप्रैल को डेरा सच्चा सौदा का स्थापना दिवस मनाया जाएगा, जिसके मद्देनज़र यह फरलो दी गई है।
दिल्ली चुनाव से पहले भी मिली थी पैरोल
इससे पहले भी दिल्ली चुनावों से पहले राम रहीम को 30 दिन की पैरोल मिली थी। तब भी वे सिरसा डेरा आए थे और सीधे अपनी गुफा में चले गए थे। यह सिरसा डेरा में उनकी सजा के बाद पहली वापसी थी।
डेरा सच्चा सौदा की स्थापना और नेतृत्व
डेरा सच्चा सौदा की स्थापना 29 अप्रैल 1948 को संत शाह मस्ताना महाराज ने की थी। डेरा की वेबसाइट के अनुसार, उन्हें बागर क्षेत्र के लोगों को आध्यात्मिक मार्गदर्शन देने के लिए यह आश्रम स्थापित करने का आदेश मिला था। बाद में इसी आश्रम को ‘डेरा सच्चा सौदा’ नाम दिया गया।
शाह मस्ताना महाराज के बाद सतनाम महाराज को डेरा प्रमुख बनाया गया। कहा जाता है कि 1960 में शाह मस्ताना ने भविष्यवाणी की थी कि सात वर्षों बाद डेरा का तीसरा प्रमुख आएगा। इसके बाद 13 अगस्त 1967 को गुरमीत राम रहीम का जन्म हुआ और वर्ष 1990 में सतनाम सिंह महाराज ने उन्हें डेरा की गद्दी सौंप दी। इस अवसर पर एक भव्य सत्संग का आयोजन भी किया गया था।