अगर आप रोज़ाना चाय के साथ बिस्कुट खाने की आदत रखते हैं, तो यह खबर आपके लिए अहम है। स्वाद और सुविधा के कारण बिस्कुट हर उम्र के लोगों, खासकर बच्चों, में काफी लोकप्रिय हैं। हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि रोज़ बिस्कुट का सेवन सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।
अधिकांश बिस्कुट रिफाइंड आटा, ज्यादा मात्रा में चीनी और ट्रांस फैट से बनाए जाते हैं, जो शरीर को जरूरी पोषक तत्व नहीं देते। रोज़ाना बिस्कुट खाने से शरीर विटामिन, मिनरल्स और फाइबर से वंचित रह जाता है, जिससे कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, हर दिन बिस्कुट खाने से पाचन तंत्र पर नकारात्मक असर पड़ता है। बिस्कुट में फाइबर की मात्रा बेहद कम होती है, जिसके कारण कब्ज, धीमी पाचन प्रक्रिया, गैस और एसिडिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, इनमें मौजूद अधिक चीनी और फैट पेट से जुड़ी परेशानियों को और बढ़ा सकते हैं।
बिस्कुट में मौजूद अधिक कार्बोहाइड्रेट और शुगर ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा सकते हैं। यह स्थिति खासतौर पर डायबिटीज के मरीजों के लिए खतरनाक मानी जाती है। लगातार बिस्कुट खाने से इंसुलिन सेंसिटिविटी कम हो सकती है, जिससे ब्लड शुगर को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ यह भी चेतावनी देते हैं कि रोज़ाना बिस्कुट खाने से ऊर्जा स्तर असंतुलित हो सकता है। चीनी तुरंत ऊर्जा तो देती है, लेकिन उसका असर जल्दी खत्म हो जाता है, जिससे थकान और चिड़चिड़ापन महसूस हो सकता है। लंबे समय तक ज्यादा शुगर और ट्रांस फैट का सेवन मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डाल सकता है और तनाव व चिंता बढ़ा सकता है।
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि बिस्कुट की जगह फल, सूखे मेवे, ओट्स या होममेड हेल्दी स्नैक्स को अपनी डाइट में शामिल करें, ताकि शरीर को संतुलित पोषण मिल सके।

