पंजाब सरकार ने अपनाया इमीग्रेशन एजेंटों और मालिकों के प्रति सख्त रवईया
अमरीका से देश निकाला दिए गए भारतियों और उनके परिवारों के सपने टूट कर बिखर गए और उनका भविष्य अस्पष्ट दिखाई दे रहा है क्यूंकि परिवारों ने अपने बच्चों को विदेश भेजने के लिए अपनी जायदाद, बचत , कर्ज़े और यहाँ तक कि गहने भी गिरवी रख दिए। ऐसी स्तिथि में लोगो को विदेश भेजने वाले ट्रेवल एजेंट और अन्य गैर कानूनी इमीग्रेशन मालिक धोखाधड़ी द्वारा आलिशान ज़िंदगी जी रहे है। एजेंट और इमीग्रेशन मालिकों ने पंजाब में लोगों से धोखा करने के लिए अपना जाल बिछाया हुआ है। इस बारे में पंजाब सरकार एक्शन मोड में दिखाई दे रही है और सख्त कदम उठाने जा रही है। सूबा सरकार ने नशा तस्करो की तर्ज़ पर अब एजेंट और इमीग्रेशन मालिकों की जायदादों को सील करने का फैसला लिया है जिस के लिए एक विशेष करवाई की जा रही है। सरकार ने पुलिस विभाग को ट्रेवल एजेंटो की सूची त्यार करने और लोगों से धोखाधड़ी करके बनाई गयी जायदाद को ज़ब्त करने के नोटिस जारी किये है। पंजाब में ३२०० से ज्यादा ट्रेवल एजेंटों के विरुद्ध लुक आउट नोटिस भी जारी किये गए है। इन एजेंटों ने लोगो को विदेश भेजने के सपने दिखा कर लाखों रूपए ठगे है पर ना उन लोगों को विदेश भेजा और न ही पैसे वापिस किय। पंजाब में जालंधर , अमृतसर, कपूरथला, लुधिआना, पटिआला, बठिंडा, मोगा, नवा शहर, रोपड़, संगरूर और मोहाली आदि ज़िले शामिल है जहा लोग इमीग्रेशन के नाम पर अपना गैर कानूनी कारोबार चला रहे है। इसके साथ ही इमीग्रेशन और ट्रेवल एजेंटों के नाम पर काम करने वाले लोगों की गिनती ३२०० से ज्यादा होने का खुलासा हुआ है जिस में से ७०० से अधिक लोगों की पहचान की जा चुकी है। इन लोगों का कोई भी दफ्तर नहीं है। यह लोग सिर्फ ग्राहकों को बतौर एजेंट ही मिलते है। वह ऐसे ग्राहकों को धोखाधड़ी वाले तरीको से विदेश भेज कर गैर कानूनी दस्तावेज़ त्यार कर के लाखों रूपए ठगते है।