17 साल पुराने उमेश पाल अपहरण केस में प्रयागराज की MP-MLA कोर्ट मंगलवार को फैसला सुना सकती है। 50 सुरक्षाकर्मी नैनी सेंट्रल जेल से फरहान, अशरफ और अतीक को लेकर प्रिजन वैन में कोर्ट के लिए निकले हैं। वैन में CCTV कैमरे लगाए गए हैं।
उमेश पाल अपहरण केस में अतीक अहमद और अशरफ समेत 11 लोग आरोपी थे, इसमें एक की मौत हो चुकी है। अतीक अहमद का 20 साल से ज्यादा वक्त प्रयागराज समेत आसपास के 8 जिलों में वर्चस्व रहा है। यूपी पुलिस के डोजियर के अनुसार, अतीक के गैंग के खिलाफ 101 मुकदमे दर्ज हैं। अभी कोर्ट में 50 मामले चल रहे हैं। इनमें NSA, गैंगस्टर और गुंडा एक्ट के मुकदमे भी हैं। अतीक पर पहला मुकदमा 1979 में दर्ज हुआ था।
गैंगस्टर अतीक अहमद को सोमवार शाम साढ़े 5 बजे प्रयागराज की नैनी जेल पहुंचा। 26 मार्च को सुबह यूपी STF के अफसर और 30 हथियारबंद जवान अहमदाबाद पहुंचे और शाम 4 बजे तक गुजरात पुलिस से अतीक की कस्टडी ली। 5 बजकर 44 मिनट पर अतीक को साबरमती जेल से बाहर लाया गया और वैन में बैठा दिया गया। इस दौरान मीडिया से बातचीत में उसने कहा, ‘यूपी STF मेरी हत्या कर देगी।’