चंडीगढ़:
श्री फतेहगढ़ साहिब में छोटे साहिबज़ादों की शहादत की स्मृति में आयोजित तीन दिवसीय वार्षिक शहीदी सभा का आज दूसरा दिन है। इस पावन अवसर पर देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर साहिबज़ादों की अद्वितीय शहादत को नमन कर रहे हैं। इसी क्रम में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान आज अपने परिवार सहित श्री फतेहगढ़ साहिब पहुंचे और गुरु चरणों में माथा टेककर श्रद्धा अर्पित की।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोशल मीडिया पर अपने संदेश में कहा कि दशमेश पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे सुपुत्र बाबा जोरावर सिंह जी, बाबा फतेह सिंह जी और माता गुजरी जी की शहादत की स्मृति में आयोजित वार्षिक जोड़ मेले के अवसर पर परिवार सहित नतमस्तक होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि छोटे साहिबज़ादों की कौम के प्रति दी गई शहादत की मिसाल विश्व इतिहास में कहीं नहीं मिलती और उनका दृढ़ संकल्प आने वाली पीढ़ियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा।
गौरतलब है कि तीन दिवसीय वार्षिक शहीदी सभा की शुरुआत 25 दिसंबर से गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब में हुई है। इस दौरान लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना को देखते हुए प्रशासन द्वारा व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। पूरे क्षेत्र को योजनाबद्ध तरीके से छह सेक्टरों में विभाजित किया गया है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए छह एसपी रैंक के अधिकारियों, 24 डीएसपी रैंक के अधिकारियों की निगरानी में 3400 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।
इससे पहले पंजाब के डीजीपी गौरव यादव भी इस पवित्र स्थल पर नतमस्तक हुए थे और शहीदी सभा के शांतिपूर्ण, सुरक्षित और व्यवस्थित आयोजन को सुनिश्चित करने के लिए बहु-स्तरीय सुरक्षा और ट्रैफिक प्रबंधन व्यवस्था का स्वयं निरीक्षण किया था।
श्री फतेहगढ़ साहिब में आयोजित यह शहीदी सभा न केवल सिख इतिहास के महान बलिदान की याद दिलाती है, बल्कि श्रद्धा, एकता और सेवा की भावना को भी मजबूत करती है।

