नई दिल्ली:
बांग्लादेश में राजनीतिक तनाव और हिंसा के बीच भारत ने वहां रह रहे अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग ने बांग्लादेश में मौजूद भारतीय नागरिकों से अपील की है कि वे बिना किसी जरूरी काम के घर से बाहर न निकलें और स्थानीय परिवहन साधनों का उपयोग करने से बचें।
दरअसल, पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की विरोधी धारा से जुड़े नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद बांग्लादेश में हालात तेजी से बिगड़ गए हैं। देश के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन देखने को मिले हैं, जहां प्रदर्शनकारियों ने भारत विरोधी नारे लगाए और आरोप लगाया कि हमलावर घटना को अंजाम देने के बाद भारत भाग गए।
भारतीय उच्चायोग ने कहा है कि बांग्लादेश में मौजूदा स्थिति भारतीय नागरिकों के लिए संवेदनशील बनी हुई है, ऐसे में सभी को सतर्क रहने और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।
हादी की मौत के बाद राष्ट्र को संबोधित करते हुए बांग्लादेश के अंतरिम प्रमुख मुहम्मद यूनुस ने इसे देश के राजनीतिक और लोकतांत्रिक ढांचे के लिए अपूरणीय क्षति बताया। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और आश्वासन दिया कि सरकार मामले की पारदर्शी जांच कराएगी तथा दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि शरीफ उस्मान हादी जुलाई 2024 में शेख हसीना के खिलाफ हुए छात्र आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शामिल थे। 12 दिसंबर को चुनाव प्रचार के दौरान उनके सिर में गोली मारी गई थी। गंभीर रूप से घायल हादी को इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया, जहां छह दिन बाद उनकी मौत हो गई।
हादी की मौत के बाद बांग्लादेश में हिंसा भड़क उठी। प्रदर्शनकारियों ने देर रात देश के प्रमुख अखबारों के दफ्तरों में तोड़फोड़ की और आगजनी की। इसके अलावा पूर्व राष्ट्रपति शेख मुजीबुर रहमान के आवास को भी निशाना बनाया गया, वहीं शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के कार्यालय में भी आग लगा दी गई।
फिलहाल बांग्लादेश में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और भारतीय एजेंसियां हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।

