नई दिल्ली: भारत-रूस संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए भारत सरकार ने रूसी नागरिकों के लिए 30 दिनों का मुफ्त ई-टूरिस्ट वीज़ा देने की घोषणा की है। यह फैसला रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की दो दिवसीय भारत यात्रा के बाद लिया गया है। पुतिन 4 दिसंबर को 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए भारत पहुंचे थे। 2021 के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा थी, जहां उनका स्वागत स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पालम एयरपोर्ट पर किया।
27 घंटे की भारत यात्रा के बाद पुतिन की वापसी
राष्ट्रपति पुतिन अपनी 27 घंटे की यात्रा पूरी करने के बाद रूस लौट गए। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ व्यापक बातचीत की और एक व्यापारिक मंच को संबोधित किया। हालांकि किसी बड़े समझौते की घोषणा नहीं की गई, लेकिन दोनों देशों ने 19 महत्वपूर्ण समझौतों पर सहमति जताई, जिनमें तेल आपूर्ति गारंटी जैसे अहम मुद्दे शामिल हैं।
भारत की बड़ी घोषणा: रूसी नागरिकों के लिए मुफ्त वीज़ा सुविधा
भारत ने रूसी नागरिकों के लिए 30 दिन का फ्री ई-टूरिस्ट वीज़ा लागू करने की घोषणा की है। इसके साथ ही 30 दिन का समूह पर्यटक वीज़ा भी जल्द ही उपलब्ध कराया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह सुविधा अधिक से अधिक रूसी पर्यटकों को भारत आने के लिए प्रेरित करेगी और पर्यटन क्षेत्र को नई ऊर्जा देगी।
नए क्षेत्रों में बढ़ रहा भारत-रूस सहयोग
पीएम मोदी ने बताया कि दोनों देशों के बीच सहयोग अब नए और चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों तक फैल रहा है—जैसे अत्यधिक ठंडे इलाक़ों में समुद्री प्रशिक्षण। उन्होंने कहा कि इससे आर्कटिक क्षेत्र में दोनों देशों के सहयोग को बढ़ावा मिलेगा और भारतीय युवाओं के लिए रोज़गार के नए अवसर बनेंगे।
ऊर्जा क्षेत्र पर गहराया साझेदारी
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऊर्जा साझेदारी भारत-रूस संबंधों की एक मजबूत नींव है। दोनों देश लंबे समय से सिविल न्यूक्लियर एनर्जी में साथ काम कर रहे हैं, जो स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देती है। उन्होंने बताया कि यह सहयोग आगे भी जारी रहेगा।
इसके अलावा, दोनों देश महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्र में भी साझेदारी को बढ़ा रहे हैं। ये खनिज स्वच्छ ऊर्जा तकनीकों, इलेक्ट्रॉनिक्स और एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग के लिए बेहद आवश्यक हैं। पीएम मोदी के अनुसार, यह सहयोग वैश्विक सप्लाई चेन को अधिक सुरक्षित और विविध बनाएगा।
यूक्रेन युद्ध पर भारत का रुख दोहराया
प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत शुरुआत से ही यूक्रेन में शांति का समर्थक रहा है। भारत किसी भी शांति प्रयास का स्वागत करता है और आगे भी सहयोग के लिए तैयार है।

