नई दिल्ली: लगातार पाँच दिनों से बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द कर रही इंडिगो एयरलाइंस पर अब नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सख़्त रुख अपना लिया है। एयरलाइन ने शुक्रवार को 1,000 और शनिवार को 452 उड़ानें रद्द कर दीं, जिसके बाद हजारों यात्री परेशानियों का सामना कर रहे हैं।
मंत्रालय ने इंडिगो को स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि 7 दिसंबर 2025 रात 8 बजे तक सभी लंबित रिफंड प्रोसेस किए जाएं। यदि एयरलाइन इस समय-सीमा का पालन नहीं करती, तो उसके खिलाफ सख़्त जांच और दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
इसके साथ ही मंत्रालय ने यात्रियों की सहायता के लिए 24×7 हेल्पलाइन स्थापित की है।
सामान को लेकर भी दिशा-निर्देश जारी
यात्रियों के गुम या देरी से पहुंच रहे सामान को लेकर भी मंत्रालय ने एयरलाइनों को आदेश दिया है कि 48 घंटे के भीतर सामान यात्रियों तक पहुंचाया जाए। एयरलाइनों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे यात्रियों से संपर्क कर सामान वापस दिलवाएं।
हवाई अड्डों पर फंसे यात्रियों के लिए सुविधा
सरकार ने निर्देश दिया है कि एयरलाइंस हवाई अड्डों पर फंसे यात्रियों के लिए खाने और रहने की व्यवस्था भी सुनिश्चित करें।
इंडिगो का बयान
सरकारी निर्देशों के बाद इंडिगो ने बयान जारी कर कहा:
“हालिया परिस्थितियों को देखते हुए, सभी रिफंड स्वतः ही मूल भुगतान विधि में प्रोसेस किए जाएंगे। 5 दिसंबर 2025 से 15 दिसंबर 2025 के बीच यात्रा वाली बुकिंग्स पर कैंसिलेशन/री-शेड्यूलिंग शुल्क पूरी तरह माफ किया जाएगा।”

