कुरुक्षेत्र, हरियाणा : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज हरियाणा के कुरुक्षेत्र पहुँचे, जहाँ उन्होंने अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का औपचारिक उद्घाटन किया। अपने दौरे की शुरुआत उन्होंने पवित्र ब्रह्मसरोवर में पूजा-अर्चना कर की, जिसके बाद वे हरियाणा पवेलियन पहुंचे। इस दौरान उनके साथ कुरुक्षेत्र के सांसद नवीन जिंदल, कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी और अनिल विज भी मौजूद रहे।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में आयोजित अंतरराष्ट्रीय गीता संगोष्ठी को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि वह घटना आज भी देश को झकझोरती है, जब निर्दोष सैलानियों को केवल धर्म पूछकर मार दिया गया था।
रक्षा मंत्री ने कहा—
“आतंकियों ने भारत की शांति को हमारी कमजोरी समझ लिया था, लेकिन हमने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए कड़ा और निर्णायक जवाब दिया। यह केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि भारत की आत्म-सम्मान और संकल्प का प्रतीक थी।”
उन्होंने आगे कहा कि आतंकियों को समझना होगा कि भारत गीता की भूमि है—जहां करुणा भी है और धर्म की रक्षा के लिए युद्ध का संदेश भी।
इस महोत्सव को लेकर कुरुक्षेत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पूरे क्षेत्र में पुलिस बल तैनात है और समागम स्थल पर IPS और HCS अधिकारी निगरानी संभाल रहे हैं।
इसी क्रम में, कुल 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जोतीसर में आयोजित श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहादत दिवस को समर्पित कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके लिए 155 एकड़ में विशाल पंडाल तैयार किया गया है, जिसमें 1.5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।

