विदेश में ट्रेनिंग पाए पंजाब के शिक्षक–प्रिंसिपल अब देंगे स्मार्ट और आधुनिक शिक्षा
चंडीगढ़, 19 नवंबर 2025
पंजाब सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए कुल 649 शिक्षकों, हेडमास्टर्स और प्रिंसिपलों को देश और विदेश के विश्वस्तरीय संस्थानों में प्रशिक्षण दिलाया है। इसका असर अब राज्य के स्कूलों में साफ़ दिखाई दे रहा है—कक्षाएँ अधिक आधुनिक, सीखने की प्रक्रिया अधिक रचनात्मक और शिक्षण पद्धतियाँ अधिक छात्र-केंद्रित हो गई हैं।
फ़िनलैंड में 216 शिक्षक प्रशिक्षित – दुनिया की सर्वश्रेष्ठ शिक्षा प्रणाली से सीखे तरीके
शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने हाल ही में तीसरे दल के 72 शिक्षकों को फ़िनलैंड स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ़ तुर्कु भेजा, जिससे अब तक फ़िनलैंड में प्रशिक्षित शिक्षकों की संख्या 216 हो चुकी है।
पहले दो दल अक्टूबर 2024 और मार्च 2025 में प्रशिक्षण पूरा कर चुके थे।
जिन शिक्षकों को भेजा गया, उनमें बीपीईओ, हेड टीचर्स, सेंटर हेड टीचर्स और ETT शिक्षक शामिल थे, जो अब फ़िनलैंड की उन्नत शिक्षण पद्धतियों को पंजाब के स्कूलों में लागू कर रहे हैं।

199 हेडमास्टर्स को IIM अहमदाबाद में नेतृत्व प्रशिक्षण
स्कूल नेतृत्व को मजबूत करने के लिए सरकार ने 199 हेडमास्टर्स को IIM अहमदाबाद में रणनीतिक नेतृत्व, प्रबंधन और नवाचार-आधारित शिक्षा प्रशिक्षण दिलाया।
नवंबर 2025 में चौथा दल लौटा, जबकि दिसंबर में पाँचवाँ दल जाएगा। इससे यह संख्या 249 तक पहुँच जाएगी।
यह प्रशिक्षण न केवल प्रशासनिक कौशल बल्कि स्कूल प्रबंधन के आधुनिक मानकों से भी हेडमास्टर्स को लैस कर रहा है।
234 प्रिंसिपल और शिक्षा अधिकारी सिंगापुर में प्रशिक्षित
पंजाब सरकार ने 234 प्रिंसिपल और शिक्षा अधिकारियों को सिंगापुर भेजा, जहाँ उन्होंने आधुनिक स्कूल प्रबंधन, नवाचार-आधारित नेतृत्व और वैश्विक शिक्षा मॉडल का अनुभव लिया।
अब ये प्रिंसिपल अपने-अपने क्षेत्रों में प्रशासनिक सुधार और नई शैक्षणिक व्यवस्थाओं का नेतृत्व कर रहे हैं।
चयन प्रक्रिया बिल्कुल पारदर्शी और मेरिट आधारित
पाँच सदस्यीय चयन समिति ने प्रतिभागियों का चुनाव उनकी योग्यता, प्रदर्शन और अनुभव के आधार पर किया।
विदेश से लौटे शिक्षक अब ‘मास्टर ट्रेनर’ के रूप में अन्य शिक्षकों को प्रशिक्षित कर रहे हैं, जिससे पूरे राज्य के स्कूलों में बदलाव की एक नई लहर दौड़ पड़ी है।
छात्रों को सबसे बड़ा लाभ: आधुनिक, रचनात्मक और नवाचारी शिक्षा
विदेश में प्रशिक्षित शिक्षकों के आने से पंजाब के स्कूलों में—
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सीखने का माहौल अधिक खुला और रचनात्मक हुआ है
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छात्र-केंद्रित शिक्षण विधियाँ बढ़ी हैं
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आलोचनात्मक सोच और समस्या-समाधान कौशल पर जोर बढ़ा है
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सामाजिक-भावनात्मक शिक्षा को भी महत्व दिया जा रहा है
पंजाब की नई शिक्षा क्रांति – आने वाला भविष्य और भी उज्ज्वल
649 प्रशिक्षित शिक्षकों का यह पहला बड़ा चक्र पंजाब की शिक्षा प्रणाली में गहरा और सकारात्मक बदलाव ला रहा है। फ़िनलैंड, सिंगापुर और IIM जैसे संस्थानों से मिला अनुभव अब बच्चों तक पहुँच रहा है, जिससे पंजाब के सरकारी स्कूल तेज़ी से विश्वस्तरीय मानकों की ओर बढ़ रहे हैं।

