कपूरथला की सरबजीत कौर के पाकिस्तान जाने और वहीं निकाह कर लेने के मामले में अब नए खुलासे सामने आए हैं। इस केस में गवाही देने वाले पूर्व नंबरदार अर्जन सिंह ने कई अहम बातें बताई हैं।
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पूर्व नंबरदार का दावा – “वह मेरे पास खुद फॉर्म लेकर आई थी”
अर्जन सिंह ने बताया कि सरबजीत कौर उनके पास पाकिस्तान दर्शन के लिए जाने वाला फॉर्म भरवाने आई थी। उसने कहा था कि उसे सिर्फ दर्शन करने जाना है और इसीलिए उन्होंने उस पर हस्ताक्षर कर दिए।
उन्होंने बताया:
- पिछले साल वह उनके साथ करतारपुर कॉरिडोर भी गई थी।
- वहां वे करीब 3 घंटे रुके, लेकिन उसे किसी अजनबी से मिलते नहीं देखा गया।
- उसके पास पासपोर्ट भी था।
- उनके अनुसार, सरबजीत की कभी कोई गलत हरकत नहीं देखी गई और न ही गांव में उसके खिलाफ कोई केस या जमानत की बात सामने आई थी।
परिवार की स्थिति
पूर्व नंबरदार के अनुसार—
- सरबजीत के पति की 40 साल पहले मौत हो चुकी थी।
- उसके दो बेटे हैं, दोनों शादीशुदा हैं और उसकी पोत्रियाँ भी हैं।
- घर, जमीन, ट्रैक्टर-ट्रॉली—सबकुछ उसके पास है।
उन्होंने कहा, “हमने तो उसे अच्छे काम के लिए भेजा था कि जाकर दर्शन करके आए। हमें नहीं पता था कि वह गलत काम करेगी।”
कैसे हुआ खुलासा?
भारतीय इमिग्रेशन रिकॉर्ड के अनुसार:
- 4 नवंबर को सरबजीत कौर 1,932 श्रद्धालुओं के जत्थे के साथ पाकिस्तान गई थी।
- 10 दिन बाद जब जत्था लौट आया, 1,922 लोग वापस आए, लेकिन सरबजीत नहीं लौटी।
जांच में पता चला—
- पाकिस्तान पहुँचने पर उसने इमिग्रेशन फॉर्म में अपनी राष्ट्रीयता और पासपोर्ट नंबर खाली छोड़ दिया।
- बाद में जानकारी सामने आई कि उसने नाम बदलकर पाकिस्तान में निकाह कर लिया।
- अब उसका नया नाम नूर हुसैन है।
- उसे निकाह का प्रमाणपत्र पाकिस्तान की एक मस्जिद ने जारी किया है।
महत्वपूर्ण तथ्य
- सरबजीत कौर पर पंजाब में कई मुकदमे दर्ज थे।
- पाकिस्तान में यह निकाह उसका पहले से योजनाबद्ध कदम माना जा रहा है।

