चंडीगढ़। उद्योग विभाग, चंडीगढ़ के सहयोग से आयोजित रैंप श्रृंखला के अंतर्गत पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PHDCCI) ने “अगली पीढ़ी के लिए एमएसएमई: वित्तीय मजबूती, तकनीकी बढ़त और सतत विकास” विषय पर एक महत्वपूर्ण सत्र का आयोजन किया।
कार्यक्रम का स्वागत भाषण पीएचडीसीसीआई चंडीगढ़ चैप्टर के सह-अध्यक्ष सुव्रत खन्ना ने दिया। उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में एमएसएमई क्षेत्र रीढ़ की हड्डी के समान है और देश के आर्थिक विकास को नई दिशा देने में इनकी भूमिका अहम है।
पीएचडीसीसीआई की क्षेत्रीय साइबर सुरक्षा एवं एआई समिति के संयोजक तरुण मल्होत्रा ने छोटे कारोबारियों के लिए साइबर सुरक्षा जागरूकता के बढ़ते महत्व पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि “डिजिटल युग में व्यवसायों की सुरक्षा के लिए साइबर जागरूकता अब एक विकल्प नहीं, बल्कि आवश्यकता बन गई है।”
सत्र में जेएम प्रशिक्षक दीपक शर्मा ने व्यवसाय विस्तार के लिए जेएम का लाभ उठाने के तरीकों पर चर्चा की, जबकि एचडीएफसी बैंक की उपाध्यक्ष दृभजोत कौर ने बताया कि बैंक की पहल कैसे उद्यमियों को बिना जमानत ऋण प्राप्त करने में मदद करती है।
सिडबी चंडीगढ़ की एजीएम पदमप्रीत कौर ने एमएसएमई के लिए उपलब्ध विभिन्न वित्तीय उत्पादों और सहायता योजनाओं की जानकारी साझा की।
सत्र का समापन पीएचडीसीसीआई की क्षेत्रीय एमएसएमई समिति के संयोजक लोकेश जैन ने किया। उन्होंने रैंप श्रृंखला के तहत निरंतर जुड़ाव, जागरूकता कार्यक्रमों और क्षमता निर्माण पहलों के माध्यम से एमएसएमई को समर्थन देने की संस्था की प्रतिबद्धता दोहराई।

