मजीठा में ज़हरीली शराब पीने से दो और युवकों की मौत हो गई है। मृतकों में एक 45 वर्षीय साहिब सिंह, निवासी गांव भगवा और दूसरा 30 वर्षीय बलदेव सिंह, निवासी गांव सारचूर शामिल हैं। अब तक इस ज़हरीली शराब कांड में कुल 23 लोगों की जान जा चुकी है।
साहिब सिंह के भाई जसपाल सिंह ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उसका भाई रोज़ाना दिहाड़ी मज़दूरी कर अपने छोटे परिवार का गुज़ारा करता था। उसने सरकार से दोषियों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई की मांग की है।
अभी भी 4-5 लोग अस्पताल में भर्ती, हालत गंभीर
जसपाल सिंह ने आगे कहा कि उनके गांव भगवा में अब तक 6 मौतें हो चुकी हैं और 4–5 लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं, जिनकी हालत नाज़ुक है और वे वेंटिलेटर पर हैं। उन्होंने बताया कि शराब पीने के बाद पीड़ितों की आंखों की रोशनी चली गई, उल्टियां शुरू हो गईं, और बाद में सांस रुकने की शिकायत से मौतें हुईं।
दूसरे मृतक बलदेव सिंह के भाई बग्गा ने बताया कि बलदेव ने शराब पीने के तुरंत बाद उल्टियां शुरू कर दी थीं और बाद में उसकी मौत हो गई। वह भी दिहाड़ी मज़दूर था।
दिल्ली से दो और आरोपी गिरफ्तार
डीजीपी ने जानकारी दी कि अमृतसर देहाती पुलिस ने नकली शराब के इस मामले में दिल्ली के मॉडल टाउन से दो लोगों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी साहिब सिंह और ऋषभ जैन के बीच व्हाट्सएप चैट के जरिए संबंधों का खुलासा हुआ है। शक है कि जैन से एक खेप मिली थी, जिसका इस्तेमाल पंजाब में नकली शराब बनाने के लिए किया गया।
बीएनएस और आबकारी अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई है और इस अवैध नेटवर्क में और लोगों की भूमिका की जांच जारी है। पंजाब पुलिस अवैध शराब के कारोबार पर नकेल कसने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि जन सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।