भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का दायरा लगातार फैलता जा रहा है। भारत की ओर से किसी भी प्रकार की आक्रामक कार्रवाई की शुरुआत नहीं की गई है, लेकिन पाकिस्तान द्वारा किए जा रहे हमलों का करारा जवाब जरूर दिया जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि पाकिस्तान, मुंहतोड़ जवाब मिलने के बावजूद, अपनी उकसावे वाली हरकतों से बाज नहीं आ रहा। उसने पंजाब में लड़ाकू विमानों और हाई-स्पीड मिसाइलों के जरिये हमले किए हैं।
विदेश मंत्रालय की ब्रीफिंग में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से लगातार उग्रवादी हमलों की कोशिश जारी है। ओडीआई शाखा पिछले तीन दिनों से निगरानी कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हमारी प्रतिक्रिया कहीं उकसावे की कार्रवाई न बन जाए। जांच में स्पष्ट हुआ है कि पाकिस्तान अपनी नाकामयाबी को ढंकने के लिए तनाव बढ़ा रहा है।
हवाई ठिकानों को बनाया निशाना
विदेश सचिव ने बताया कि पाकिस्तान ने उधमपुर, पठानकोट और भुज एयरबेस को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। पंजाब के एयरबेस को भी निशाना बनाया गया। भारतीय सेना ने पहली बार आधिकारिक तौर पर अपने लड़ाकू जेट और लंबी दूरी की मिसाइल प्रणाली की जानकारी साझा की। पाकिस्तान ने यहां तक कि नागरिकों को भी सैन्य प्रशिक्षण दिया है।
हाल ही में पठानकोट एयरबेस पर फिर धमाकों की आवाजें सुनी गईं, लेकिन भारतीय एयर डिफेंस ने हमले को नाकाम कर दिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय हवाई मानकों का भी उल्लंघन किया है।
पाकिस्तान सीमा पर बड़ी संख्या में सैनिकों और मिसाइलों की तैनाती कर रहा है। उसके हमलों का मुख्य निशाना पंजाब के ठिकाने हैं। पाकिस्तान ने नागरिक ठिकानों पर भी हमले किए हैं और झूठा प्रचार अभियान शुरू किया है, जिसमें ब्रह्मोस मिसाइल और S-400 सिस्टम को लेकर फर्जी दावे किए जा रहे हैं। विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि पाकिस्तान अपने सैनिकों को अग्रिम मोर्चों पर भेज रहा है और भारतीय नागरिकों के खिलाफ भी झूठे आरोप लगा रहा है।
भारत का करारा जवाब
भारत सरकार ने आज सुबह पाकिस्तान के नूर खान, रहमियार खान, रफीकी, मुरीद, सियालकोट एयरबेस और दो रडार ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने दोहराया कि पाकिस्तान की हरकतें तनाव और उकसावे को बढ़ा रही हैं, जबकि भारत ने जिम्मेदारी और संतुलन के साथ जवाब दिया है।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने 26 से अधिक बार भारतीय हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश की और हमारे एयरबेस और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाया। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं और स्कूलों को भी निशाना बनाया, लेकिन भारतीय सेना ने हर बार मजबूती से जवाब दिया है।