जम्मू: पहलगाम आतंकी हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना द्वारा नौ पाकिस्तानी आतंकी ठिकानों को नष्ट किए जाने के चलते जम्मू जिले में सुरक्षा को लेकर हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
खुफिया एजेंसियों से इनपुट मिलने के बाद जम्मू पुलिस ने अपनी सतर्कता बढ़ा दी है। पुलिस कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। थाना प्रभारियों को क्षेत्र न छोड़ने के सख्त निर्देश दिए गए हैं।
जम्मू में एक विशेष वॉर रूम स्थापित
जम्मू पुलिस नियंत्रण कक्ष में एक विशेष वॉर रूम स्थापित किया गया है, जहां सभी सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय कर सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा रहा है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए यह कदम उठाया गया है।
शहर के सभी संवेदनशील इलाकों, धार्मिक स्थलों और प्रमुख पुलों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा बल भी तैनात किये गये हैं। किसी भी हवाई खतरे से निपटने के लिए, विशेष रूप से तवी नदी पर बने पुलों पर, विमान भेदी तोपों को भी तैनात किया गया है।
पुलिस प्रशासन ने नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों को भी सतर्क कर दिया है। उन्हें किसी भी आपदा या आपात स्थिति में पुलिस के साथ समन्वय बनाकर काम करने को कहा गया है। स्वयंसेवकों को पुलिस नियंत्रण कक्ष के संपर्क में रहने तथा आवश्यकता पड़ने पर राहत एवं बचाव कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाने का निर्देश दिया गया है।
सुरक्षा प्रणाली तैयार
सुरक्षा बल शिविरों में भी अतिरिक्त सावधानी बरती जा रही है। सभी प्रमुख सुरक्षा इकाइयों को किसी भी संभावित हमले का उचित जवाब देने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है।
जम्मू पुलिस और सुरक्षा बलों का कहना है कि जनता को घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि उन्हें सतर्क रहना चाहिए। लोगों से आग्रह किया गया है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत निकटतम पुलिस स्टेशन या हेल्पलाइन पर दें।