तेलंगना सुरंग हादसे में फंसे लोगों के बचाव कार्य चलाया जा रहा था ,जिसमे गुरप्रीत सिंह भी शामिल थे और उनकी मृतिक देह बीती रात प्रपात हुयी है। गुरप्रीत सिंह की मौत से उनके परिवार और समुदाय पर गहरा असर पड़ा है। वह अपने परिवार के लिए एक सहारा थे, और इस तरह की मौत को सहन करना बहुत मुश्किल है। टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) ऑपरेटर के तौर पर वह सुरंगों में काम कर रहे थे, जो अपने आप में खतरनाक होता है। गुरप्रीत सिंह ने अपनी जान को खतरे में डालकर अपनी नौकरी की जिम्मेदारी निभाई, जो एक बहुत बड़ा बलिदान है।
उनकी मौत के साथ सिर्फ उनका परिवार, बल्कि पूरा गांव भी गहरे सदमे में है। ऐसी सच्चाइयां हमें यह समझने के लिए मजबूर करती हैं कि किसी भी काम में सुरक्षा और पेशेवर प्रशिक्षण कितने महत्वपूर्ण हैं। इस हादसे में फंसे हुए अन्य लोगों की तलाश जारी है, और उम्मीद है कि उन्हें भी सुरक्षित तरीके से बचाया जाएगा। सुरंग हादसे में फंसे हुए लोगों के बचाव के लिए की गई कोशिशें, जैसे कि प्रशासन द्वारा तुरंत बचाव कार्यों का चलाया जाना, यह दिखाता है कि राज्य सरकार और इमरजेंसी सेवाएं इस तरह की घटनाओं में अपना काम सही तरीके से करने के लिए समर्पित हैं।