14 फरवरी 2025 को पुलवामा आतंकवादी हमले की छठी बरसी है, जिसमें 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे। यह हमला 2019 में एक आत्मघाती हमलावर द्वारा किया गया था, जिसने जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर 78 वाहनों के काफिले को निशाना बनाया, जिसमें 2500 से अधिक जवान सवार थे।
यह हमला पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद द्वारा किया गया था और इसने पूरे देश को गहरे सदमे में डाल दिया था। इस हमले में 40 बहादुर सैनिक शहीद हो गए, जबकि कई अन्य घायल हो गए थे।
भारत सरकार ने इस हमले के जवाब में कड़ी कार्रवाई की थी, जिसमें बालाकोट एयरस्ट्राइक शामिल थी, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद के कैंपों को निशाना बनाया गया।
पुलवामा हमला सुरक्षा बलों के लिए उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में कार्य करने के दौरान आने वाले खतरों को उजागर करता है, खासकर जम्मू और कश्मीर में। उस दिन की यादें अब भी लोगों के दिलों में ताजे हैं, और देश उन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है जिन्होंने अपने कर्तव्य के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया।
भारतीय सेना की चिनार कोर द्वारा ट्वीट किया जिसमें उन्होंने पुलवामा हमले के दौरान अपनी जान की क़ुर्बानी देने वाले सी.आर.पी.एफ. के जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। ये जवान वे थे जिन्होंने अपनी जान ड्यूटी के दौरान दी और भारतीय राष्ट्र की सुरक्षा के लिए अपार बहादुरी और समर्पण दिखाया। चिनार कोर ने इस तरह सी.आर.पी.एफ. के जवानों की बहादुरी और उनकी सेवा की सराहना करते हुए उनकी क़ुर्बानी को याद किया और उनकी हिम्मत को सलाम किया।