नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार से फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के निमंत्रण पर फ्रांस के तीन दिवसीय दौरे पर होंगे। वे 11 फरवरी को मैक्रों के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) एक्शन समिट की सह-प्रधनगी करेंगे। इस समिट में अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस भी उपस्थित रहेंगी। बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी फ्रांस की कंपनियों के प्रमुखों से मुलाकात करेंगे और राजनयिकों के साथ रात के खाने में शामिल होंगे। एआई समिट के बाद, पीएम मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों भारत-फ्रांस सीईओ फोरम को संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों के बीच उच्चस्तरीय वार्ता भी होगी। 12 फरवरी को दोनों नेता प्रथम विश्व युद्ध में अपने प्राणों की आहुति देने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। दोनों नेता मार्सिले में भारत के कौंसुलेट जनरल का संयुक्त उद्घाटन करेंगे। इसके बाद, पीएम मोदी फ्रांस से अमेरिका जाएंगे।
जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज़, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन, माइक्रोसॉफ़्ट के अध्यक्ष ब्रैड स्मिथ और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई सहित 80 देशों के अधिकारी और सीईओ इस सम्मेलन में भाग लेंगे।
चैटजीपीटी के लॉन्च के दो साल से अधिक समय बाद, जनरेटिव एआई तेजी से प्रगति कर रहा है। पिछले साल ब्रिटेन में एक सम्मेलन के दौरान, 28 देशों ने एआई खतरों से निपटने के लिए गैर-बंधनकारी वचनबद्धताएँ की थीं। पेरिस सम्मेलन में भी एआई सुरक्षा एजेंडे पर है। मैक्रों के कार्यालय के अनुसार, एक अधिक नैतिक, लोकतांत्रिक और पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ एआई के लिए एक संयुक्त राजनीतिक घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर करने के उद्देश्य से काम किया जा रहा है।