पंजाब में पैदा हुए माहौल के बीच जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने वारिस पंजाब दे के चीफ अमृतपाल सिंह को सरेंडर करने को कहा है। दरअसल, अकाल तख्त की तरफ से श्री दमदमा साहिब में बैठक बुलाई गई थी। बैठक खत्म होने के बाद जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कौम के नाम संदेश दिया। उन्होंने कहा कि डेमोक्रेसी के चार पिलर में से एक प्रेस है। अकेले प्रेस ही नहीं, न्यायपालिका को भी छोटा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकारें पंजाब की आवाज को दबाने की कोशिश करती हैं, जो संभव नहीं है। पंजाब और हरियाणा के लोगों को जितना दबाया जाएगा, वे उतना ही उभर कर आएंगे।
वहीं जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि पंजाब के माहौल को खराब किया जा रहा है। सिख राज का झंडा था, उसे खालिस्तानी बता बदनाम करने की साजिश की गई। दमदमा साहिब में लाखों की गिनती में श्रद्धालु पहुंचे हैं, तलवंडी साबो में पुलिस की तरफ से फ्लैग मार्च किया गया। माहौल भयानक बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
वहीं सभा से पहले ऐसी चर्चा चली कि वारिस पंजाब दे का प्रमुख अमृतपाल सिंह बठिंडा के तलवंडी साबो में सरेंडर कर सकता है। अकाल तख्त के जत्थेदार हरप्रीत सिंह की विशेष सभा में उसके पहुंचने और फिर आत्मसमर्पण करने की चर्चा है। बता दें कि अमृतपाल के पंजाब आने की खबर के बाद से पंजाब पुलिस अलर्ट पर है। इस दौरान गुरुद्वारे के एक प्रमुख व्यक्ति ने अमृतसर आकर जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से मुलाकात की थी। हालांकि जत्थेदार ज्ञानी इसकी पुष्टि नहीं करते हैं। अनुमान है कि उस व्यक्ति ने जत्थेदार ज्ञानी की उपस्थिति में सरेंडर करने की बात कही थी।