राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत शुक्रवार को तीसरे सेवा संगम को संबोधित करेंगे। जयपुर में होने जा रहे इस प्रोग्राम में 3000 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे। सेवा संगम का उद्घाटन मोहन भागवत, पीरामल ग्रुप के चेयरमैन अजय पीरामल और बालयोगी उमेश नाथ महाराज करेंगे। सेवा भारती की महासचिव रेणु पाठक ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सेवा संगम में देश के 45 प्रांतों और 11 क्षेत्रों के 800 से अधिक स्वैच्छिक सेवा संगठनों के 3000 प्रतिनिधि शामिल होंगे।पाठक ने कहा कि सेवा संगम का मुख्य और अंतर्निहित उद्देश्य एक सामंजस्यपूर्ण, सक्षम और आत्मनिर्भर समाज और सेवा भारती से जुड़े स्वैच्छिक संगठनों के सामूहिक प्रयासों को जोड़कर एक समृद्ध भारत का निर्माण करना है। इसके साथ ही स्वयंसेवकों और महिलाओं को प्रोत्साहित करना और भारत को सुपोषित बनाना भी एक उद्देश्य है।
सेवा संगम में शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन और सामाजिक क्षेत्र में किए गए श्रेष्ठ कार्यों की प्रदर्शनी के माध्यम से प्रतिनिधियों को प्रेरित किया जाएगा। सेवा भारती का पहला सेवा संगम वर्ष 2010 में बेंगलुरु में आयोजित किया गया था। इसका आदर्श वाक्य ‘परिवर्तन’ था और इसमें 980 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। साल 2015 में दूसरा सेवा संगम नई दिल्ली में ‘समरस भारत, समर्थ भारत’ के आदर्श वाक्य के साथ आयोजित हुआ था। इसमें लगभग 3,500 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। अब यह तीसरा सेवा संगम होने जा रहा है।