केन्द्र की बीजेपी सरकार एक नया स्पाईवेयर सिस्टम खरीदने की तैयारी में है । रिपोर्टस की मानें तो भारत सरकार विवादित पेगासस स्पाईवेयर की बजाय अब एक हल्के प्रोफ़ाइल वाला स्पाईवेयर सिस्टम खरीदना चाहती है। बीजेपी सरकार पेगासस विकसित करने वाले एनएसओ ग्रुप को कड़ी टक्कर देते हुए उन कंपनियों से नए स्पाईवेयर खरीदने की कोशिश कर रही है, जिन्हें बाहरी दुनिया कम जानती है। मामले से जुड़े दो लोगों ने यह बात कही। इसमें कहा गया है कि स्पाइवेयर के लिए बोली लगाने की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। इसके लिए 12 करोड़ डॉलर तक का बजट भी रखा गया है।
बता दें कि सरकारी अधिकारी ऐसा स्पाईवेयर सिस्टम खरीदना चाहते हैं जिसका इस्तेमाल अन्य जगहों पर पेगासस के मुक़ाबले कम हुआ हो। पेगासस इसराइल के एनएसओ ग्रुप का स्पाईवेयर सिस्टम है जो पिछले साल कई सप्ताह तक विवादों में रहा था। रिपोर्ट्स में दावा किया भी गया था कि कई राजनेताओं, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और पत्रकारों के ख़िलाफ़ इसका इस्तेमाल किया गया है।
भारत सरकार ने इन रिपोर्ट्स को लेकर कहा था कि ये ‘सनसनी’ फैलाने वाली ख़बरे हैं और इनसे भारतीय लोकतंत्र की छवि ख़राब करने की कोशिश हो रही है। वहीं भारतीय रक्षा मंत्रालय ने भी कहा था कि उसका एनएसओ ग्रुप से कोई लेन-देन नहीं हुआ है। नए स्पाईवेयर सिस्टर को लेकर भारत की बातचीत आगे के स्तर तक पहुंच चुकी है। इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों का कहना है कि भारतीय अधिकारियों ने पेगासस के कई प्रतिस्पर्धियों से संपर्क किया है। इसमें यूनान में विकसित प्रीडेटर स्पाईवेयर शामिल है।